नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Indian cricket team fast bowler Mohammed Shami) और उनकी पत्नी हसीन जहां (Haseena Jahan) के बीच जारी विवाद अब एक और नए मोड़ पर पहुंच गया है। हसीन जहां ने मंगलवार (2 मई) को कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के आदेश के खिलाफ देश की सर्वोच्च अदालत यानी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का दरवाजा खटखटाया, जिसने स्थानीय अदालत द्वारा जारी शमी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट पर रोक लगाने की उनकी याचिका खारिज कर दी थी। कलकत्ता हाई कोर्ट ने 28 मार्च 2023 को सेशन कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा था। हाई कोर्ट के इसी फैसले को शमी की पत्नी ने चुनौती दी है।
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) की पत्नी (Wife) ने अपने वकील दीपक प्रकाश, नचिकेता वाजपेयी और दिव्यांगना मलिक वाजपेयी के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसमें पहले की तरह आरोप लगाया गया है कि शमी उनसे दहेज की मांग करते थे। इसके अलावा हसीन ने शमी पर वेश्याओं के साथ अवैध यौन संबंधों में लगातार शामिल होने का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि शमी ने ऐसा बीसीसीआई (BCCI) द्वारा उपलब्ध कराए गए होटल के कमरों में टीम इंडिया के दौरों के दौरान किया है। हसीन का आरोप है कि वे आज तक ऐसा कर रहे हैं।
हसीन जहां की याचिका में कहा गया है कि कानून के तहत किसी मशहूर हस्ती को कोई विशेष स्थान नहीं मिलना चाहिए। याचिका में कहा गया है कि कोर्ट का आदेश साफ तौर पर कानून के लिहाज से गलत है, जो कि स्पीडी ट्रायल के अधिकार को तवज्जो देता है। उन्होंने कहा है कि क्रिकेटर के मामले में चार साल से मामला आगे नहीं बढ़ा है।
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