नई दिल्ली: बदलापुर (Badlapur) में दो बच्चियों के कथित यौन दुर्व्यवहार (Sexual abuse) के बाद विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है, और स्थानीय लोगों और प्रदर्शनकारियों ने कुछ अहम मांगें रखी हैं. प्रदर्शनकारियों ने खासतौर पर कानूनी कार्यवाही में तेजी लाने के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट (fast-track courts) बनाने और आरोपी को कठोर सजा देने या फांसी देने की मांग की. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ही मामला चलेगा और आरोपी को सख्त सजा दी जाएगी.
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पुलिस टीम ने कार्रवाई में देरी की थी और ऐसा करने वाले अधिकारियों को सस्पेंड किए जाने की मांग की थी. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रदर्शनकारियों की ये मांग स्वीकार करते हुए, पुलिस कमिश्नर को देरी से प्रतिक्रिया देने वाले अधिकारियों – सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर, एसिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर और हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने का निर्देश दिया. इस मामले में सीएम एकनाथ शिंदे ने भी जांच के आदेश दिए थे और उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
प्रदर्शनकारियों की मांगों के जवाब में, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय जाधव ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने की कोशिश की. हालांकि, कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बोतलें फेंकना शुरू कर दिया. अपने संबोधन के दौरान, जाधव ने भीड़ को आश्वस्त किया और कहा, “हम आपकी मांगों से सहमत हैं लेकिन कृपया हमारी बात सुनें.”
बताया जा रहा है कि बदलापुर में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. विरोध-प्रदर्शनों के बीच पुलिस अधिकारी “भारत माता की जय” और “डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की जय” जैसे नारे लगाते देखे गए. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कानून प्रवर्तन की प्रतिबद्धता दोहराई, और कहा कि संविधान के मुताबिक कदम उठाए जाएंगे.
स्थानीय पुलिस दो से तीन दिन की समय सीमा के भीतर आरोप पत्र तैयार करने की कोशिश कर रही है. प्रदर्शनकारियों ने विरोध में रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है और ट्रेनें रोक दी हैं. इसकी वजह से आम लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस आयुक्त संजय जाधव ने अपील की कि रेलवे मुंबई की लाइफलाइन है और ऐसे में इसे रोका नहीं जाना चाहिए, और ये कि इससे आम लोगों की परेशानी बढ़ेगी.
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