बेंगलुरु। इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने किसी खास इलाके में कोविड-19 (Covid-19) का पता लगाने के लिए सीवेज सैंपलिंग पद्धति (sewage sampling method) की पहचान की है. इस बात की जानकारी बेंगलुरु महानगर पालिका के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता (Gaurav Gupta, Chief Commissioner of Bengaluru Municipal Corporation) ने दी. उन्होंने बताया कि इस तरीके से पता लगाया जाएगा कि क्षेत्र में कोविड-19 में इजाफा हुआ है या नहीं. कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की दूसरी लहर से उबरने के बाद कई राज्य संभावित तीसरी लहर की तैयारियों में जुटे हुए हैं.
आयुक्त गौरव गुप्ता ने बताया, ‘INSACOG की तरफ से सीवेज सैंपलिंग(sewage sampling) की पहचान की गई है, जो हमें बताएगी कि एक खास इलाके में कोविड-19 वायरल लोड में इजाफा हुआ है या नहीं.’ उन्होंने कहा कि ज्यादा वायरल लोड वाले इलाकों में टीम पॉजिटिव मामलों का पता लगाने के लिए ज्यादा टेस्ट करेगी. उन्होंने जानकारी दी है कि इसे लेकर कुछ कंपनियों के साथ काम जारी है. आयुक्त ने यह भी बताया कि कर्नाटक(Karnataka) में कोविड-19 मामलों का कम होना लगातार जारी है. उन्होंने कहा, ‘हम लगातार निगरानी रख रहे हैं, जिसमें कोविड-19 के नए मामलों की निगरानी, नए म्यूटेशन को लेकर सक्रिय मामलों की नियमित जांच, अस्पताल में भर्ती होना आदि शामिल है.’ दूसरी लहर के दौरान कर्नाटक में कोरोना संक्रमितों की संख्या में खासी बढ़त दर्ज की गई थी. कर्नाटक में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 224 नये मामले सामने आये, जिसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29,89,713 हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी. विभागीय बुलेटिन में कहा गया है कि प्रदेश में संक्रमण से पांच लोगों की मौत हो गयी है, जिसके बाद राज्य में महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 38,107 हो गयी है. कहा गया है कि राज्य में 317 लोग संक्रमण से ठीक हुये हैं, जिसके बाद संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 29,43,487 हो गयी है. बुलेटिन के अनुसार, राज्य में 8,090 मरीज उपचाराधीन हैं. इसमें कहा गया है कि प्रदेश में अब तक 6.63 करोड़ लोगों को टीकों की खुराक लगायी जा चुकी है.