जकार्ता : कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए हर देश अपने स्तर पर कड़े इंतजाम करने में जुटा है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए एक बार फिर दो सप्ताह के लिये कोविड-19 पाबंदियां लागू हो गईं। इस दौरान सड़कों पर कम भीड़ दिखाई दी। पुलिस बिना मास्क पहने बाइक सवार लोगों पर सख्ती बरत रही है।
हालांकि कारोबारी कामकाज को लेकर असमंजस में हैं जबकि कामगारों का कहना है कि वे इन पाबंदियों का समर्थन करते हैं। जकार्ता के गवर्नर एनीस बसवेदान ने रविवार को घोषणा की थी की सोमवार से पाबंदियां शुरू होंगी, जो 27 सितंबर तक चलेगी। इस दौरान सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और अकादमिक गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी जबकि 11 जरूरी सेवाएं 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ जारी रहेंगी।
वहीं ईस्ट जावा प्रांत में कोरोना से अलग तरीके से ही निपटा जा रहा है। यहां मास्क न पहनने वाले लोगों को सजा के तौर पर कोरोना से मरे लोगों की कब्र खोदने का आदेश दिया है। ईस्ट जावा के गेरसिक रीजेंसी के आठ लोगों को मास्क पहनने से इनकार करने के बाद पास के ही नॉबबेटन गांव में सार्वजनिक कब्रिस्तान में कब्र खोदने की सजा दी गई।
जानकारी के अनुसार लोगों को एक कब्र खोदने का आदेश दिया गया है। कोर्म जिला के प्रमुख स्यूनो ने कहा कि उनके पास कब्र खोदने वालों की कमी है। इसलिए मास्क न पहनने वालों को इस काम में लगाया गया है। कहा जा रहा है कि इस सजा के बाद लोग मास्क को लेकर लापरवाही नहीं बरतेंगे।
आप को बता दें कि इंडोनेशिया में अब तक कोरोना के 2 लाख 21 हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। राजधानी जकार्ता में भी 54 हजार से अधिक लोग पॉजिटिव हो चुके हैं। ईस्ट जावा में कोरोना के अब तक 38 हजार से अधिक मरीजों में पुष्टि हो चुकी है, जिसमें मरने वालों की तादाद 8 हजार 841 तक पहुंच गई है।
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