उज्जैन। शहर में मुख्यमंत्री को आकर जमीन से जुड़ी व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण करना चाहिए…करीब 7 साल पहले जिला अस्पताल और बस स्टैण्ड सीएम गए थे लेकिन इसके बाद उन्होंने जो आदेश दिए थे उसकी मॉनीटरिंग तक नहीं हुई। आवश्यकता है कि उज्जैन में बिगड़ी व्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए सीएम उज्जैन आए तो बिना सूचना के वहाँ जाएं।
उल्लेखनीय है कि साल 2016 में सिंहस्थ महापर्व आया था। उज्जैन में इसकी तैयारियाँ राज्य शासन ने 3 साल पहले शुरु कर दी थी। सिंहस्थ महापर्व को लेकर जहाँ एक ओर शहर में करीब एक दर्जन नए फ्लाई ओवर ब्रिज बनाए गए थे, वहीं आगर रोड चौड़ीकरण सहित तीन बत्ती चौराहा से लेकर नानाखेड़ा बस स्टैण्ड तक तथा यहीं से देवास रोड पर नागझिरी चौराहे तक चौड़ीकरण और नई सड़कों का निर्माण किया गया था। इसके अलावा जिला अस्पताल परिसर में भी लगभग 100 करोड़ खर्च कर मातृ-शिशु चरक अस्पताल के 7 मंजिला भवन का निर्माण किया गया था। जिला अस्पताल में भी सिंहस्थ को देखते हुए सुधार कार्य कराए गए थे। यहाँ गिरते प्लास्टर और अन्य कार्य नए सिरे से कराए गए थे। अस्पताल परिसर में तब नई सीवरेज लाईन भी डाली गई थी। देवासगेट बस स्टैण्ड को भी संवारा गया था और पूरे राजाभाऊ महाकाल बस स्टैण्ड की टपकती छत को सुधारने से लेकर परिसर और आसपास लाखों के काम कराए गए थे। उस दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान कई बार औचक निरीक्षण करने उज्जैन पहुँच रहे थे। आखिरी बार उन्होंने साल 2015 में जिला अस्पताल, माधवनगर सरकारी अस्पताल और देवासगेट बस स्टैण्ड परिसर का निरीक्षण किया था। मुख्यमंत्री के लगातार औचक निरीक्षण के चलते तब अधिकारी भी अस्पताल और बस स्टैण्ड सहित अन्य स्थानों पर सफाई व्यवस्था व अन्य कार्य दुरुस्त रखते थे। उन्हें हमेशा इस बात की चिंता रहती थी कि इन स्थानों पर कभी भी मुख्यमंत्री अचानक आ सकते हैं।
आसपास के अतिक्रमण भी हटाए थे
पिछली बार देवासगेट बस स्टैण्ड के निरीक्षण के बाद जब मुख्यमंत्री ने अधिकारियों ने यहाँ व्यवस्थाओं के निर्देश दिए थे, उसके अगले दिन ही पूरे देवासगेट क्षेत्र में देवासगेट बस स्टैण्ड के प्रवेश और निर्गम द्वार से लेकर देवासगेट थाने के सामने वाली पट्टी से लेकर सख्याराजे धर्मशाला तक ट्रेवल्स संचालकों और भोजनालय संचालकों द्वारा दुकानों के आगे टीन या शेड आदि डालकर किए गए स्थायी या अस्थायी अतिक्रमणों को भी लगातार हटाया गया था। देवासगेट बस स्टैण्ड पर भी नगर निगम का अमला प्रतिदिन नियमित साफ-सफाई करते नजर आ रहा था।
अधिकारी भी नहीं जाते क्षेत्र में झांकने
मुख्यमंत्री के उज्जैन में देवासगेट बस स्टैण्ड और जिला अस्पताल के आखिरी दौरे के बाद हालांकि जितने भी पूर्व और वर्तमान कलेक्टर रहे हैं, वे समय-समय पर जिला अस्पताल और अन्य स्थानों पर औचक निरीक्षण के लिए जाते रहे हैं लेकिन किसी ने भी उसके बाद से देवासगेट और नानाखेड़ा बस स्टैण्ड का औचक निरीक्षण नहीं किया है। यहाँ तक कि पूर्व और वर्तमान नगर निगम आयुक्त भी मुख्यमंत्री के दौरे के बाद से बस स्टैण्ड की व्यवस्थाएँ देखने नहीं पहुँचे हैं। यही कारण है कि देवासगेट बस स्टैण्ड पर फिर से अतिक्रमण और अव्यवस्थाएँ बढ़ती जा रही है।
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