शिमला । सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली (Led by Sukhwinder Singh Sukhu) हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की कांग्रेस सरकार (Congress Government) के पहले कैबिनेट विस्तार में (In First Cabinet Expansion) रविवार को सात नए मंत्रियों (Seven New Ministers) ने शपथ ली (Took Oath) । हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने यहां कैबिनेट स्तर के सात मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
पहली बार मंत्रिमंडल में आने वाले और अनुभवी दोनों तरह के विधायक हैं, जिनमें सबसे उम्रदराज 82 साल के कर्नल धनी राम शांडिल हैं, जो तीन बार विधायक और सांसद रह चुके हैं। मंत्रिमंडल में सबसे युवा 33 वर्षीय विक्रमादित्य सिंह हैं, जो छह बार के मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के पुत्र हैं। उनकी मां और सांसद प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थीं।
छह बार विधायक रहे 78 वर्षीय चंद्र कुमार, जिन्हें प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था, ने भी शपथ ली। वह राज्य के सबसे बड़े जिले कांगड़ा के जवाली (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) से विधायक हैं और पहले वन मंत्री भी रह चुके हैं। छह बार के विधायक हर्षवर्धन चौहान को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। उन्होंने सिरमौर जिले के शिलाई से भाजपा प्रत्याशी बलदेव तोमर को 488 मतों से हराया था। चौहान को 32,093 वोट मिले थे। सिरमौर की पांच में से तीन सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी।
चार बार के विधायक जगत सिंह नेगी, जिन्होंने पिछली विधानसभा में 482 प्रश्न पूछकर रिकॉर्ड बनाया था, को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। वह किन्नौर (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) से चुने गए थे। कैबिनेट में पहली बार शामिल किए गए मंत्रियों में चार बार के विधायक रोहित ठाकुर (48), तीन बार के विधायक अनिरुद्ध सिंह (45) और दो बार के विधायक विक्रमादित्य सिंह शामिल हैं।
रोहित ठाकुर जुब्बल-कोटखाई से विधायक हैं, जबकि अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह क्रमश: कसुम्पटी और शिमला (ग्रामीण) सीटों का प्रतिनिधित्व करते हैं। सभी निर्वाचन क्षेत्र शिमला जिले में हैं। 82 वर्षीय कर्नल शांडिल उपमुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे। वह वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार में सामाजिक न्याय, अधिकारिता और सैनिक कल्याण मंत्री थे। अभी भी कैबिनेट में तीन पद खाली हैं।
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