कोरोना वायरस के प्रकोप से बच्चों को बचाने के लिए अब जल्द ही वैक्सीन तैयार हो जाएगी। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) में EXIM ग्रुप के डायरेक्टर पीसी नांबियार ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बताया कि हम जल्द ही बच्चों के लिए भी कोरोना वैक्सीन तैयार कर लेगें। उन्होंने कहा मेरा मानना है कि हम अक्टूबर तक इस वैक्सीन को बना लेंगे।
नांबियार ने बताया कि इस वैक्सीन की सबसे खास बात यह कि इसे एक महीने के बच्चे को भी दिया जा सकता है। कोच्ची में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन के आ जाने से बच्चों को बहुत फायदा होने वाला है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन आगे चल कर बच्चों के लिए कोरोना के दवा के रूप में भी काम करेगी। मतलब की अगर आपके बच्चे को कोरोना वायरस का संक्रमण हो गया है तो यह वैक्सीन आपके बच्चे को उससे भी बचा पाएगी।
पीसी नांबियार के मुताबिक इसके क्लीनिकल ट्रायल (Clinical Trial) चल रहे हैं और अगर सब कुछ प्लान के अनुसार ठीक रहा तो अक्टूबर तक वैक्सीन तैयार हो जाएगी। और साल के आखिर तक बच्चों को लगनी भी शुरू हो जाएगी। नांबियार के मुताबिक कोविशील्ड वैक्सीन मलेरिया आधारित वैक्सीन है इसलिए यह कोरोना के आने वाले लक्षणों के लिए भी फायदेमंद रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को जरूरत हुई तो हम अप्रैल तक 20 करोड़ वैक्सीन की खुराक बना लेंगे।
वैक्सीन से होने वाले साइड इफेक्ट्स को लेकर पीसी नांबियार ने कहा कि वैक्सीन को लगाने के बाद हल्का बुखार और सर दर्द होना आम है। इसके अलावा किसी भी साइड इफेक्ट्स को नांबियार ने खारिज कर दिया। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) ने ही कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को बनाया है। 16 तारीख से वैक्सीनेशन का अभियान भी शुरू हो गया है जिसके तहत अब तक लाखों लोगों को कोरोना की वैक्सीन दे दी गई है। साथ ही इस वैक्सीन को भारत ने अपने पड़ोसी देशों को मदद के तौर पर मुहैया कराया है।
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