नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के बीच अब कोविड (Covid) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (New Variants Omicron) को लेकर दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच भारत में भी केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट मोड (Central and State Governments Alert Mode) पर आ गई हैं, कोविड खतरे को देखते हुए यात्रा के दिशानिर्देशों समेत कई अहम बढ़े फैसले लिए गए है।
मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) ने बड़ा फैसला लेते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) द्वारा जारी किए गए कोरोना वायरस की मौजूदा गाइडलाइंस की वैधता को 31 दिसंबर, 2021 तक बढ़ा दिया है। कोरोना वायरस के सेकेंड वेव में महामारी का भीषण प्रकोप झेल रहे भारत के ऊपर अब नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा मंडराने लगा है। इस वायरस को भारत में प्रवेश से रोकने के लिए कई बड़े फैसले लिए जा रहे हैं।
केंद्रीय ग्रह मंत्रालय ने कोविड-19 दिशानिर्देशों और रोकथाम उपायों की मौजूदा वैधता को 21 सितंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2021 कर दिया है। इस मामले पर एक निर्देश जारी करते हुए गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को ओमिक्रॉन प्रकोप के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय की 25 नवंबर की एडवाइजरी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने की सलाह दी है।
कई देशों में संभावित रूप से अधिक संक्रामक कोरोना वायरस वैरिएंट ओमिक्रॉन के फैलने पर बढ़ती चिंताओं के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ एक समीक्षा बैठक की और उन्हें मामलों की शीघ्र पहचान और प्रबंधन के लिए परीक्षण को तेज करने की सलाह दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी राजेश भूषण ने यह रेखांकित करते हुए कहा कि नया वेरिएंट आरटी-पीसीआर और आरएटी परीक्षणों से बच नहीं सकता है। भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पर्याप्त बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने और घरेलू अलगाव की निगरानी करने के लिए कहा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved