img-fluid

सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने

February 20, 2024


लखनऊ । वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Senior Leader Swami Prasad Maurya) ने सपा की प्राथमिक सदस्यता से (From Primary Membership of SP) इस्तीफा दे दिया (Resigned) । इसकी जानकारी मंगलवार को उन्होंने खुद सोशल मीडिया एक्स के जरिए दी है।


समाजवादी पार्टी की सदस्यता और एमएलसी पद से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, अखिलेश यादव समाजवादी विचारधारा के विपरीत जा रहे हैं…मैं 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद पार्टी बनाने के अपने फैसले का उद्घोष भी करूंगा। मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को इस्तीफा देते हुए लिखा,”आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। लेकिन 12 फरवरी 2024 को हुई वार्ता एवं 13 फरवरी 2024 को प्रेषित पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता की पहल न करने के फलस्वरूप मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी त्याग-पत्र दे रहा हूं।”

स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे लिखा, ”मैं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में उत्तरप्रदेश विधान परिषद का सदस्य हूं। चूंकि मैंने समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है, ऐसे में नैतिकता के आधार पर यूपी विधान परिषद की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे रहा हूं। कृपया स्वीकार करने की कृपा करें।” इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर खबर आई की उन्होंने समाजवादी पार्टी से अलग होकर अपनी नई पार्टी का गठन कर लिया है। इस पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी होगा। इसके साथ ही खबर यह भी है कि वह पार्टी का झंडा लॉन्‍च कर चुके हैं। नीले, लाल और हरे रंग की पट्‌टी वाले इस झंडे में बीच में आरएसएसपी लिखा हुआ है।

बता दें कि अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसकी जानकारी भी अपने एक्स अकाउंट पर दी थी। उन्होंने त्यागपत्र को पोस्ट करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को टैग किया था। स्वामी प्रसाद ने लिखा था कि मैं नहीं समझ पाया कि मैं एक राष्ट्रीय महासचिव हूं, जिसका कोई भी बयान निजी बयान हो जाता है और पार्टी के कुछ राष्ट्रीय महासचिव व नेता ऐसे भी हैं, जिनका हर बयान पार्टी का हो जाता है, एक ही स्तर के पदाधिकारियों में कुछ का निजी और कुछ का पार्टी का बयान कैसे हो जाता है, यह समझ से परे है।

दूसरी हैरानी यह है कि मेरे इस प्रयास से आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों का रुझान समाजवादी पार्टी की तरफ बढ़ा है। बढ़ा हुआ जनाधार पार्टी का और जनाधार बढ़ाने का प्रयास व वक्तव्य पार्टी का न होकर निजी कैसे? यदि राष्ट्रीय महासचिव पद में भी भेदभाव है, तो मैं समझता हूं, ऐसे भेदभावपूर्ण, महत्वहीन पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। इसलिए, मैं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र दे रहा हूं, कृपया इसे स्वीकार करें। पद के बिना भी पार्टी को सशक्त बनाने के लिए तत्पर रहूंगा।

Share:

प्रधानमंत्री मोदी पर की गई टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ जयपुर की अदालत में सुनवाई 23 फरवरी को

Tue Feb 20 , 2024
जयपुर । प्रधानमंत्री मोदी पर की गई टिप्पणी को लेकर (For remarks on Prime Minister Modi) राहुल गांधी के खिलाफ (Against Rahul Gandhi) जयपुर की अदालत में (In Jaipur Court) 23 फरवरी को सुनवाई होगी (Hearing on 23 February) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति पर की गई टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
सोमवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2024 Agnibaan , All Rights Reserved