इंदौर। मतगणना में भाजपा (BJP) भी अपने वरिष्ठ (senior) और अनुभवी नेताओं (experienced leaders) को तैनात करेगी। विधानसभा स्तर पर इनके नाम तय किए जा रहे हैं, ताकि वे गड़बड़ी (error) पर निगाह रख सके। इस बार की मतगणना (counting of votes) को लेकर जहां कांग्रेस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और वहां बैठने वाले एजेंट तथा एआरओ को ट्रेनिंग दी जा रही है, उसको लेकर भाजपा ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। 17 जुलाई को होने वाली मतगणना में भाजपा की ओर से महापौर के लिए 97 मतगणना एजेंटों के प्रवेश पत्र बनवाए जा रहे हैं। वहीं पार्षद के एजेंट स्वयं प्रत्याशी या उनका चुनाव अधिकारी कराएगा।
प्रत्येक पार्षद के साथ एक-एक एजेंट रहेंगे और उसके साथ ही महापौर प्रत्याशी का एजेंट भी रहेगा। ये एजेंट महापौर और पार्षद प्रत्याशी की मतगणना पर निगाह रखेंगे। एक टेबल पर ही महापौर और पार्षदों के वोटों की गिनती की जाएगी। यहीं बारी-बारी से मशीनें आएंगी और उनकीगणना होगी। इसक ेलिए सभी छ: विधानसभाओं में एक-एक वरिष्ठ भाजपा नेताओं को एआरओ के रूप में रिटर्निंग ऑफिसर के साथ बिठाया जाएगा। इनमें ऐसे नेताओं को चुना गया, जिन्हें मतगणना का अनुभव है और वे बारीक से बारीक त्रुटि पकड़ सकते हैं।
इनमें एक नंबर विधानसभा के हॉल में सुदर्शन गुप्ता, दो नंबर में कमलेश शर्मा, 3 नंबर में हरप्रीत बक्षी, 4 नंबर में एकलव्यसिंह गौड़ और राऊ में मधु वर्मा रहेंगे। अभी पांच नंबर विधानसभा से विधायक महेन्द्र हार्डिया ने किसी का नाम नहीं दिया है। वहीं राऊ विधानसभा के लिए पहले पूर्व विधायक मनोज पटेल का नाम दिया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने व्यस्तता के कारण मना कर दिया। नेहरू स्टेडियम में पुष्यमित्र भार्गव के निर्वाचन अभिकर्ता के रूप में नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे रहेंगे, जबकि भार्गव स्टेडियम के बाहर ही रहकर मतगणना पर निगाह रखेंगे।
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