इंदौर। शहर को यातायात (Traffic) में भी नंबर वन बनाने के लिए पुलिस (police) के प्रयास जारी हैं। नए साल में पुलिस नियम तोडऩे वाले एक हजार से अधिक लोगों के लाइसेंस (license) हर माह निरस्त करने के लिए आरटीओ (RTO) को भेज रही है, लेकिन लोगों में कोई सुधार नहीं देखने को मिल रहा है।
यूं तो पिछले कुछ सालों से यातायात पुलिस बार-बार नियम तोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। लॉकडाउन (lockdown) के बाद पुलिस ने गत वर्ष चालान के रूप में इंदौरियों से तीन करोड़ रुपए की वसूली की। पुलिस पहले भी बार-बार नियम तोडऩे वालों के लाइसेंस (license) सस्पेंड या फिर निरस्त करने के लिए आरटीओ को भेजते आ रही है। बड़ी संख्या में लाइसेंस (license) निरस्त भी किए गए हैं, लेकिन नए डीआईजी का यातायात पर फोकस होने के बाद पुलिस ने इस वर्ष के प्रथम दो माह में 21 से अधिक ऐसे लोग, जो शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं, मोबाइल पर बात करते हैं, सिग्नल जंप करते हैं, ऐसे लोगों के चालान बनाए और सभी के लाइसेंस (license) निरस्त करने के लिए आरटीओ को पत्र लिखा है। इस हिसाब से हर माह एक हजार से अधिक लोगों के लाइसेंस (license) निरस्त करने के लिए भेजे जा रहे हैं।
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