कोरोना वायरस के हल्के या मध्यम लक्षण वाले मरीजों को डॉक्टर घर पर रहकर ही इलाज करने को कहते हैं. होम आइसोलेशन में मरीज की देखभाल करने वालों पर जिम्मेदारी बढ़ जाती है. उन्हें मरीज का ध्यान रखने के साथ-साथ खुद का बचाव भी करना पड़ता है. CDC ने घर पर मरीजों की देखभाल कर रहे लोगों और घर के बाकी सदस्यों के लिए कुछ गाइडलाइन (Guideline)जारी की हैं.
अगर आप कोरोना के मरीज (Corona patients) की देखभाल कर रहे हैं तो आपको उनके डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी दवाओं के बारे में अच्छे से पता होना जरूरी है. मरीज के डॉक्टर के संपर्क में रहें और उनके बताए निर्देशों का पालन करें. कोरोना के ज्यादातर मरीज एक हफ्ते के बाद बेहतर महसूस करने लगते हैं.
मरीज के खानपान का पूरा ख्याल रखें और उन्हें खूब सारा तरल पदार्थ पीने को दें. ध्यान रखें कि मरीज खूब आराम करे. मरीज के लिए जरूरी सामान की खरीदारी करें. घर में कोरोना का मरीज है तो सामान ऑनलाइन ही मंगाने की कोशिश करें.
गंभीर लक्षणों पर रखें नजर
– कोरोना के मरीज के लक्षणों पर नजर रखें. अगर मरीज को सांस लेने में दिक्कत, छाती में तेज दर्द हो रहा हो, मरीज बिस्तर से उठ ही ना पा रहा हो तो ऐसे गंभीर लक्षण दिखने पर तत्काल उनके डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर की सलाह से ही कोई निर्णय लें.
खुद का ऐसे करें बचाव
मरीज के साथ किसी भी तरह शारीरिक संपर्क ना रखें. कोरोना वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने, मरीज के ड्रॉपलेट्स, उसके खांसने या छींकने से तेजी से फैलता है इसलिए इस बात का खास खयाल रखें और कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
मरीज की देखभाल करने वाला व्यक्ति ऐसा होना चाहिए जिसमें पहले से कोई बीमारी ना हो और उसमें COVID-19 से संक्रमित होने की संभावना कम हो. संक्रमित मरीज को पूरी तरह आइसोलेट (Isolate) हो जाना चाहिए. मरीज का अलग कमरा और बाथरूम होना चाहिए. मरीज के कमरे की खिड़कियां खुली रखें ताकि सही वेंटीलेशन बना रहे.
अपने घर में बाहर से किसी और को ना आने दें. खासतौर से उन लोगों को जिन्हें बीमार होने का खतरा ज्यादा हो. अगर आप कोरोना के मरीज की देखभाल कर रहे हैं तो आपको खुद भी बेवजह बाहर जाने से बचना चाहिए.
कोरोना के मरीज को अपने कमरे में ही खाना खाना चाहिए. मरीज का देखभाल कर रहे व्यक्ति को ग्लव्स पहनकर उसके बर्तन उठाने चाहिए और उसे साबुन और गर्म पानी से धोना चाहिए. ग्लव्स उतारने के बाद हाथों को अच्छे से धो लें. देखभाल कर रहे व्यक्ति को अपने ग्लास, कप, तौलिया या कोई भी चीज बीमार व्यक्ति से शेयर नहीं करनी चाहिए.
कोरोना से संक्रमित(Corona infected) मरीजों को घर के बाकी सदस्यों से बात करते समय मास्क लगाकर रखना चाहिए. मास्क ड्रॉपलेट्स को दूसरे व्यक्ति से तक पहुंचने से रोकता है और उसे संक्रमित होने से बचाता है. देखभाल करने वाले व्यक्ति को मरीज के कमरे में जाते समय अच्छी तरह मास्क लगाना चाहिए. अपना मास्क समय-समय पर बदलते रहें.
मरीज का देखभाल करने वाले व्यक्ति को बार-बार अपने हाथ धोने चाहिए. साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक अपने हाथ धोते रहें. घर के सतहों को समय-समय पर साफ करते रहें. अपने आंख, नाक और मुंह को बिना हाथ धोए ना छुएं.
मरीज के कमरे से किटाणु हटाने के लिए हर दिन साबुन और डिटर्जेंट से सफाई करें. ध्यान रखें कि इस दौरान आप मास्क और ग्लव्स अच्छे से पहने हों. बार-बार छुए जाने वाले सतहों को भी अच्छे से साफ करें.
मरीज की देखभाल के साथ ही आपको अपने लक्षणों पर भी ध्यान देने की जरूरत है. कोरोना का नया स्ट्रेन बहुत ज्यादा संक्रामक है और कोई भी इसकी चपेट में आसानी से आ जा रहा है. अगर आपको कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.
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