इंदौर। बिजली कंपनी (electricity company) बकायादारों से वसूली के लिए सख्ती के साथ जब्ती-कुर्की कर रही है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर घर, दुकान, मकान और व्यावसायिक स्थान जहां बिजली के बिल लंबे समय से बकाया हैं या जिन उपभोक्ताओं के यहां 25000 से ज्यादा का बिल जमा नहीं किया गया, वहां पर जब्ती-कुर्की की जा रही है।
इंदौर शहर में तकरीबन 5000 बड़े बकायादार हैं और 20000 ऐसे बताया जा रहे हैं, जो लंबे समय से बिजली का बिल जमा नहीं कर रहे हैं। इनके खिलाफ बिजली कंपनी ने वसूली अभियान शुरू (recovery campaign started) कर दिया है। लंबे समय से बकायादारों के यहां तहसीलदार के माध्यम से (Through Tehsildar) जब्ती-कुर्की की जा रही है। दक्षिण शहर संभाग (South City Division) के कार्यपालन यंत्री डीके तिवारी ने बताया कि नौलखा स्टैंड पर बनी दुकानों के साथ साधु वासवानी नगर (Sadhu Vaswani Nagar), पालदा रोड और तीन इमली क्षेत्र (Palda Road and Teen Tamarind Area) के गोदामों पर भी जब्ती-कुर्की की कार्रवाई कर सील किया जा रहा है।
बिजली बिल बकायादारों के खिलाफ जब्ती-कुर्की की कार्रवाई कंपनी द्वारा अगले 2 सप्ताह तक की जाएगी। बिजली कंपनी के अधिकारियों (power company executives) का कहना है कि एक ही दिन में दक्षिण शहर संभाग में ही 10 लाख रुपए से ज्यादा कंपनी के खाते में जमा हुए हैं। बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई अभी जारी रहेगी।
झोन इंजीनियर पर दबाव, नेताओं के फोन
दुकान, घर, व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर कार्रवाई के दौरान बिजली कंपनी के अमले को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। झोन इंजीनियरों के साथ कार्यपालन यंत्री व मुख्यालय तक रुतबेदार नेताओं के मोबाइल फोन आना शुरू हो जाते हैं, पर इस बार तहसीलदार के माध्यम से जब्ती-कुर्की की जा रही है, इसलिए नेतागीरी का कुछ खास असर नजर नहीं आ रहा है।
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