ग्रेटर नोएडा। पबजी पार्टनर के प्यार की खातिर भारत में आने का दावा करने वाली सीमा हैदर की आईबी के इनपुट के बाद संबंधित एजेंसियां जांच कर रही हैं। खास बात यह है कि सीमा हैदर के खुलासे से पहले प्रदेश के अभिसूचना विभाग ने भारतीय नाम वाली 14 महिलाओं के जासूसी में लिप्त होने का अलर्ट जारी किया था।
छद्म नाम वेश की ये महिलाएं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) विंग के इशारे पर सोशल मीडिया पर भारतीयों से जुड़कर जासूसी व ब्लैकमेलिंग लिप्त बताई जा रही हैं। इसे देखते हुए पुलिस भी खासी अलर्ट है। हालांकि अभी तक सीमा हैदर के संबंध में एजेंसियों को जासूसी का कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
लेकिन आईबी जारी किए गए अलर्ट को लेकर भी एजेंसियां गहनता से जांच कर रही हैं। 26 जून को प्रदेश के अभिसूचना मुख्यालय ने अलर्ट जारी कर पुलिस व संबंधित एजेंसियों को अवगत कराया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि आईएसआई की नई विंग से जुड़ी 14 महिलाएं सोशल मीडिया (फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और लिंक्डइन) के माध्यम से भारतीय अधिकारियों को अपने जाल में फंसा सकती हैं।
उस दौरान कुछ सोशल मीडिया के यूआरएल, नाम आदि भी रिपोर्ट के साथ पुलिस मुख्यालयों को उपलब्ध कराए गए थे। इनकी फ्रेंड लिस्ट में कई सेना और अर्धसैनिक बल से जुड़े जवान और अधिकारी शामिल थे। इनके अलावा महिलाएं वैज्ञानिकों समेत अन्य अधिकारियों से जुड़ने का प्रयास कर रहीं थीं। जारी अलर्ट में आशंका जताई गई थी कि महिलाएं छद्म वेश में भारत में आ सकती हैं। हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेलिंग के जरिये सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर सकती हैं।
हालांकि सीमा हैदर ने सचिन से जुड़ने के बाद दोस्ती, प्यार व शादी की है। सचिन किसी विभाग आदि से जुड़ा नहीं होकर एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखता है। लेकिन सीमा ने सचिन से जुड़ने के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट को प्राइवेट कर दिया। वहीं, उसके नाम से बने फेसबुक अकाउंट से लाखों लोग जुड़े चुके हैं। इनमें भी दिल्ली-एनसीआर के युवाओं के अलावा सेना से जुड़े लोग भी शामिल हैं। हालांकि सीमा इन फेसबुक अकाउंट को फेक बता चुकी है।
सरहद पार की कहानी को पुख्ता करते हैं ये तथ्य
सीमा की कहानी पर संदेह पैदा करने वाले तथ्य
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved