कीव । यूक्रेन के राष्ट्रपति (President of Ukraine) वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रॉन (French Emmanuel Macron) के साथ फोन पर बातचीत के बाद आर्गनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी एंड कोआपरेशन इन यूरोप (OSCE) के तत्वावधान में रूस के साथ बातचीत फिर से शुरू करने और तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया.
यूक्रेन, रूस और ओएससीई सहित त्रिपक्षीय संपर्क समूह का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “हम शांति प्रक्रिया को तेज करने के लिए खड़े हैं. हम टीसीजी के तत्काल आयोजन का समर्थन करते हैं.”
उल्लेखनीय है कि इजरायल में जारी हुई सैटेलाइट तस्वीरों (Isreal Sattelite Pictures) में खुलासा हुआ है कि हाल के दिनों में कब्जे वाले क्रीमिया क्षेत्र (Ukraine Russia Conflict) में रूसी सैनिकों की संख्या तेजी से बढ़ी है. निजी इजरायली इंटेलिजेंस कंपनी इमेजसेट इंटरनेशनल (ImageSat International- ISI) ने कहा कि टैंक, बख्तरबंद वाहन और रॉकेट लांचर सहित कुछ सैन्य वाहनों को ग्राउंड के बाहर देखा गया है. जिससे ऐसा लगता है कि जल्द ही मूवमेंट की तैयारी की जाएगी. आईएसआई के अनुसार, क्रीमिया में पिछले चार दिनों के भीतर सैन्य गतिविधि तेज हुई है.
इन तस्वीरों से पता चला है कि नोवोजर्न शहर के पास का क्षेत्र पूरी तरह से खाली है. इजरायली कंपनी आईएसआई ने कहा कि क्षेत्र में बलों का निर्माण रूस को दक्षिणी यूक्रेन पर आक्रमण करने में मदद करेगा. अमेरिकी रक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि अमेरिका ने अनुमान जताया है कि रूस ने यूक्रेन की सीमओं के पास 150,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया हुआ है. यहां बुधवार से मूवमेंट बढ़ गया है. 40-50 फीसदी सैनिक अटैक पोजीशन में हैं. टैक्टिकल असेंबली पॉइंट भी पूरी तरह तैयार हैं. ये सीमा के पास वाले वो इलाके होते हैं, जहां हमले से पहले अडवांस में मिलिट्री यूनिट स्थापित की जाती हैं.
अधिकारी ने कहा कि मॉस्को ने यूक्रेन की सीमा के करीब 125 बटालियन टैक्टिकल ग्रुप्स को एकत्रित किया है. जबकि सामान्य समय में यह संख्या 60 थी और फरवरी की शुरुआत में 80 से ऊपर थी. रूस ने कभी भी यूक्रेन के साथ सीमा पर तैनाती को लेकर कोई आंकड़ा नहीं दिया है, ना ही ये बताया है कि कितने सैनिकों ने पड़ोसी देश बेलारूस के साथ चल रहे सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया है. पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी नेताओं ने शनिवार को एक पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया. इस बीच पश्चिमी देशों के नेताओं ने सख्त चेतावनी दी कि यूक्रेन पर रूस आक्रमण कर सकता है.
यूक्रेन के दोनेत्सक क्षेत्र में रूस समर्थक अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने कहा कि अगर स्थिति बिगड़ती है तो वह रूस से मदद मांगेगे. उन्होंने कहा, ‘इस बात की संभावना बहुत अधिक है कि यूक्रेन सैन्य टकराव शुरू करने और आक्रामक होने का इरादा रखता है. गेंद यूक्रेन के पाले में है और हम इस बात से इनकार नहीं करते कि कुछ परिस्थितियों में, अगर नागरिक मारे जाते हैं तो हमें रूस की मदद लेनी होगी.’ जबकि यूक्रेन की सेना ने कहा कि विद्रोही पक्ष की ओर से की गई गोलीबारी में उसके दो सैनिक मारे गए हैं.
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