नई दिल्ली । ब्रिटिश प्रधानमंत्री (British Prime Minister) बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने शुक्रवार को कहा कि उनके अहमदाबाद आगमन (His Ahmedabad Arrival) पर उन्हें सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की तरह महसूस हुआ (Felt), जब उन्होंने अपनी गुजरात यात्रा (Gujarat Tour) के दौरान हर जगह (Everywhere) अपने होर्डिंग्स (Hoardings) देखे (Seen) ।
यहां हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनका भारत का दो दिवसीय दौरा शानदार रहा और वे पहले कंजर्वेटिव प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अपने खास दोस्त के निमंत्रण पर गुजरात का दौरा किया है, जो कि आधे ब्रिटिश भारतीयों का घर है। जॉनसन ने कहा, “मेरा एक अद्भुत स्वागत हुआ। बिल्कुल अद्भुत।”
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, “उन्होंने (जॉनसन) भारत-ब्रिटेन संबंधों को मजबूत करने में एक भूमिका निभाई है। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के दौरान उनका भारत आना ऐतिहासिक है।” मोदी ने कहा, “प्रधानमंत्री के रूप में भले ही यह उनकी पहली भारत यात्रा है, लेकिन एक पुराने मित्र के रूप में, वे भारत को बहुत अच्छे से जानते हैं, समझते हैं। पिछले कई वर्षों से भारत और ब्रिटेन के संबंधों को मजबूत करने में प्रधानमंत्री जॉनसन की बहुत महžवपूर्ण भूमिका रही है।”
उन्होंने कहा, “इस समय, जब भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का यहां आना, अपने आप में एक ऐतिहासिक पल है.. और कल तो पूरे भारत ने देखा है कि आपने (जॉनसन) अपनी भारत यात्रा का शुभारंभ साबरमती आश्रम में महात्मा गांधी को श्रद्धा-सुमन अर्पित करके किया।”
मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन इस साल के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत को पूरी करने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ एफटीए संपन्न किया है और उसी भावना के साथ हम यूके के साथ एफटीए के लिए उसी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “पिछले साल हमने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी की स्थापना की थी और इस दशक में अपने संबंधों को दिशा देने के लिए हमने एक महत्वाकांक्षी रोडमैप 2030 भी लॉन्च किया था। आज की हमारी बातचीत में हमने इस रोडमैप में हुई प्रगति की समीक्षा भी की और आगामी समय के लिए कुछ लक्ष्य भी तय किए हैं।” उन्होंने कहा कि हमने रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की है। पीएम मोदी ने कहा, “हम आत्मानिर्भर भारत के लिए विनिर्माण, प्रौद्योगिकी, डिजाइन और विकास और अन्य क्षेत्रों में यूके के समर्थन का स्वागत करते हैं।” बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन में भारत द्वारा हाल ही में शुरू किए गए सुधारों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि भारत ब्रिटेन की कंपनियों द्वारा यहां बढ़ते निवेश का स्वागत करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर हो रहे कई विकासों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “हमने स्वतंत्र, खुले, समावेशी और नियम-आधारित आदेश (रूल्स-बेस्ड ऑर्डर) के आधार पर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को बनाए रखने पर जोर दिया। भारत इंडो-पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव में शामिल होने के यूके के फैसले का स्वागत करता है।”
मोदी ने कहा, “बातचीत के दौरान हमने यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए डायलॉग और डिप्लोमेसी (बातचीत और कूटनीति) पर बल दिया। हमने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान का महžव भी दोहराया।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमने एक शांतिपूर्ण, स्थिर और सुरक्षित अफगानिस्तान और एक समावेशी और प्रतिनिधि या प्रदर्शक सरकार के लिए अपना समर्थन दोहराया। यह आवश्यक है कि अफगान भूमि का प्रयोग अन्य देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए।”
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