उज्जैन: राजस्थान में मिले धमकी भरे पत्र के बाद महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा और भी चौकस कर दी गई है. यहां पर मध्य प्रदेश पुलिस के अलावा मध्य प्रदेश सशस्त्र बल, नगर सेना और निजी सुरक्षा कर्मियों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है. इसके अतिरिक्त बम डिस्पोजल स्क्वॉड द्वारा यहां पर चेकिंग की जाती है.
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन दो से ढाई लाख श्रद्धालु आते हैं. ऐसी स्थिति में यहां पर सुरक्षा को लेकर काफी कड़े प्रबंध किए गए हैं. उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि अभी औपचारिक रूप से उनके पास राजस्थान में मिले धमकी भरे पत्र की जानकारी नहीं आई है. फिर भी महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा को लेकर रोज मॉनिटरिंग की जाती है. यहां पर बम डिस्पोजल स्क्वॉड द्वारा प्रतिदिन चेकिंग अभियान चलाया जाता है. इसके अतिरिक्त और भी कई ऐसे सुरक्षा के पैमाने हैं जिन पर पुलिस हमेशा नजर रखती है. उन्होंने बताया कि कुछ सुरक्षा बिंदुओं को सार्वजनिक नहीं किया जाता है, मगर महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है.
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर, चार हेड कांस्टेबल, एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और 18 कांस्टेबल पदस्थ हैं. इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश सशस्त्र बल की ओर से दो सब इंस्पेक्टर और 10 जवानों को हथियारों से लैस तैनात किया गया है. नगर सेवा के 35 जवान भी यहां पर पदस्थ है. इसके अलावा 350 सुरक्षाकर्मी निजी सुरक्षा एजेंसी के दिन रात तैनात रहते हैं.
महाकाल लोक और महाकाल मंदिर परिसर में चप्पे-चप्पे में कैमरे लगाए गए हैं. हाई डेफिनेशन कैमरे के जरिए कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग की जाती है, जहां भी कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखती है, वहां पर तुरंत सुरक्षा करने पहुंच जाते हैं. उत्तर प्रदेश के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी में महाकालेश्वर मंदिर के सुरक्षा कर्मियों ने अहम भूमिका निभाई थी. महाकालेश्वर मंदिर में निजी सुरक्षा कर्मियों को भी समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाती है. इसके अलावा फूल प्रसाद बेचने वाले व्यापारियों से भी हमेशा अलर्ट रहने को कहा जाता है. इसी वजह से पुलिस का नेटवर्क पूरे महाकाल क्षेत्र में काफी मजबूत है.
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