जबलपुर (Jabalpur)। बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Acharya Dhirendra Krishna Shastri) को नागपुर पुलिस ने भले ही साल 2013 के महाराष्ट्र जादू-टोना विरोधी कानून (maharashtra anti witchcraft law) के जंजाल से मुक्त कर दिया हो, लेकिन उनके खिलाफ शिकायत करने वाले श्याम मानव (Shyam Manav) उन्हें इस मामले से बरी करने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चमत्कार से जुड़ी अपनी शिकायत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री तक ले जाने का फैसला किया है. अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव ने कहा है कि इस मामले में जरूरत पड़ने पर हाई कोर्ट की शरण भी ली जा सकती है।
बढ़ाई गई श्याम मानव की सुरक्षा
वहीं, कुछ दिनों से श्याम मानव को फोन पर जान से मारने की धमकी मिल रही थी. इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है. पहले उनकी सुरक्षा में महाराष्ट्र स्पेशल प्रोटेक्शन यूनिट के 2 जवान तैनात थे, लेकिन अब 2 गन मैन और लगा दिए गए हैं. फिलहाल, श्याम मानव नागपुर में हैं।
श्याम मानव पर लगे हैं ये आरोप
बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चमत्कार पर घेरने वाले तर्कशास्त्री श्याम मानव के खिलाफ जबलपुर में आपराधिक मानहानि का केस दर्ज किया गया है. जबलपुर ज़िला अदालत में यह परिवाद कृषि विभाग से सेवानिवृत्त भीष्मदेव शर्मा ने दायर किया है. इसमें आरोप लगाया गया है कि सस्ती और जल्द लोकप्रियता हासिल करने के लिए श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है. श्याम मानव पर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
दरअसल, इसी महीने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नागपुर में ‘श्रीरामचरित कथा’ करने गए थे. नागपुर में अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने खुला चैलेंज दिया कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उनके सामने अपनी सिद्धियां या चमत्कार करके दिखाएं. उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा कर देंगे तो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को 30 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके बाद यह भी आरोप लगाया गया कि इस चुनौती के बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नागपुर में अपनी कथा 2 दिन पहले ही समाप्त कर वापस लौट गए।
अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव ने 8 जनवरी को नागपुर पुलिस को एक शिकायत दी. इसमें आरोप लगाया गया कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर साल 2013 के महाराष्ट्र जादू-टोना विरोधी कानून के तहत मामला बनता है. हालांकि, जांच के बाद नागपुर पुलिस ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को क्लीन चिट दे दी. इसकी सूचना जब पुलिस ने श्याम मानव को दी तो उन्होंने कहा, ‘हम अपने आरोप पर कायम हैं. उनके खिलाफ 2013 के महाराष्ट्र जादू-टोना विरोधी कानून के तहत अपराध बनता है।
अब श्याम मानव ने कहा है कि हम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री तक अपनी बात ले जाएंगे. महाराष्ट्र के जादू टोना विरोधी कानून के प्रमुख दक्षता अधिकारी को भी शिकायत कर रहे हैं. वहां से जो प्रशासनिक जवाब मिलता है, उस हिसाब से आगे की नीति बनाएंगे. वैसे ये औरंगाबाद हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है।
जानें- कौन हैं श्याम मानव?
श्याम मानव समाज में फैले जादू-टोना और अंध विश्वास को रोकने वाले प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हैं. श्याम मानव का जन्म 9 सितंबर 1951 को महाराष्ट्र के वर्धा ज़िले के देवली गांव में हुआ था. अंग्रेज़ी साहित्य में मास्टर्स करने वाले श्याम मानव ने एक कॉलेज में अंग्रेज़ी का अध्यापन कार्य भी किया है।
बताया जाता है कि कॉलेज जीवन के दौरान वे तरुण शांति सेना और जयप्रकाश नारायण की छात्र युवा संघर्ष वाहिनी में भी शामिल थे. आपातकाल का विरोध करने पर उन्हें 9 महीने की जेल में बिताने पड़े थे. 1982 में स्थापित अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की नींव रखने में उनका प्रमुख योगदान है।
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