इंदौर। प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में तीन अलग-अलग मंडियों के माध्यम से देशभर में व्यापार-व्यवसाय हो रहा है। छावनी, बांगड़दा रोड स्थित लक्ष्मीबाई अनाज मंडी के साथ चोइथराम क्षेत्र स्थित देवी अहिल्याबाई फल एवं सब्जी मंडी की सुरक्षा का जिम्मा जिन सुरक्षाकर्मियों पर है, उन्हें पिछले दो-तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। इसके कारण वह काम छोड़कर जा रहे हैं, जिससे मंडी की सुरक्षा लगातार लचर हो रही है। किसान एवं व्यापारी परेशान हैं।
इंदौर की तीनों मंडियों में सुरक्षा को लेकर किसान और व्यापारी दोनों ही परेशान हैं। मंडी प्रबंधन की मानें तो प्रत्येक मंडी में 40-40 सुरक्षाकर्मी की तैनाती रहती है, लेकिन अकसर सुरक्षाकर्मी नदारद रहते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा दिक्कत चोइथराम सब्जी मंडी में रहती है। यहां रोजाना 15 से 20 हजार लोगों की आवाजाही होती है। ट्रैफिक जाम से लेकर अवैध वसूली यहां आम बात मानी जाती है। सुरक्षाकर्मियों को लेकर 1 साल पहले नई एजेंसी को यहां काम दिया गया था। मंडी सचिव नरेश परमार ने बताया कि सुरक्षा एजेंसी को लेकर मामला कोर्ट में लंबित है। हमारी ओर से 1 महीने का पेमेंट किया गया है। वहीं एजेंसी ने पिछले दो से तीन महीने का पेमेंट नहीं किया।
40-40 सुरक्षाकर्मी किसी की हाजिरी नहीं
तीनों ही मंडियों में 40- 40 सुरक्षाकर्मियों का दावा प्रबंधन की ओर से किया जा रहा है, पर कितने सुरक्षाकर्मी कहां पर तैनात हैं इसकी कोई जानकारी नहीं है। न ही रजिस्टर में इनकी उपस्थिति दर्ज होती है।
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