श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में बारामूला के अग्रिम इलाके उरी, हथलंगा में आज सुबह आतंकवादियों की सेना और बारामूला पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें 3 आतंकी मारे गए. इलाके को सुरक्षा बलों ने घेर रखा है. कुछ और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. भारतीय सेना ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और खुफिया एजेंसियों द्वारा शुरू किए गए एक संयुक्त अभियान में, बारामूला के उरी सेक्टर में एलओसी के पास आज सुबह घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया. 3 आतंकवादियों ने घुसपैठ की कोशिश की और सतर्क सैनिकों ने उन्हें मार गिराया.’
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया और उनके शव बरामद कर लिए गए, तीसरा आतंकवादी मारा गया. लेकिन एलओसी पर आसपास के क्षेत्र में पाक पोस्ट द्वारा गोलीबारी के कारण शव की पुनर्प्राप्ति में बाधा उत्पन्न हुई. ऑपरेशन जारी है. इस बीच अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में सुरक्षा बलों का एंटी टेरर ऑपरेशन लगातार चौथे दिन भी जारी है. दो से तीन आतंकी जंगलों में छिपे हुए हैं. सुरक्षा बल उनकी तलाश में जुटे हुए हैं.
ड्रोन के जरिए आतंकियों पर नजर रखी जा रही है और उन्हें उनके बिल से बाहर निकालने के लिए बमबमारी की जा रही है. गत 13 सितंबर को अनंतनाग में शुरू हुए आतंक रोधी अभियान में भारतीय सेना का एक कर्नल, एक मेजर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डीएसपी शहीद हो चुके हैं. आतंकी भी जंगलों में छिपकर गोलीबारी कर रहे हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में हथियार-बारूद हैं. सुरक्षा बल जंगलों में छिपे आतंकियों को बाहर निकालने के लिए भारी हथियारों और ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
उजैर खान के रूप में पहचाने जाने वाले स्थानीय लश्कर-ए-तैयबा ऑपरेटिव सहित कम से कम 2 आतंकवादियों के जंगलों में छिपे होने का संदेह है. शुक्रवार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि ऑपरेशन विशिष्ट इनपुट के आधार पर शुरू किया गया था. बीते गुरुवार को जम्मू शहर के विभिन्न हिस्सों में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हुए. पनुन कश्मीर और ईक सनातम भारत दल (ईएसबीडी) ने कर्मियों को श्रद्धांजलि दी और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की मांग की.
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