अनंतनाग/त्राल । सुरक्षा बलों (Security Forces) ने आतंकी आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख के मकान (Houses of Terrorists Adil Hussain Thokar and Asif Shaikh) ध्वस्त किये (Demolished) । सैन्य सूत्रों के अनुसार, बिजबेहरा निवासी आदिल हुसैन थोकर उर्फ आदिल गुरी और त्राल का रहने वाला आसिफ शेख इस हमले में शामिल थे। दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े बताए जा रहे हैं और हमले की योजना में उनकी अहम भूमिका थी।
सुरक्षा बलों ने आदिल के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के गोरी इलाके स्थित घर को विस्फोटक से उड़ा दिया। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत की गई। आदिल ने 2018 में अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान की यात्रा की थी और वहां आतंकी प्रशिक्षण प्राप्त किया था। वह पिछले वर्ष ही घाटी लौटा था। इस हमले में शामिल दूसरे स्थानीय आतंकी आसिफ शेख का घर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया। त्राल निवासी आसिफ लंबे समय से लश्कर के साथ सक्रिय था और हमले में उसकी भूमिका स्पष्ट होने के बाद प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की।
22 अप्रैल को चार आतंकियों के एक समूह ने पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। हमलावरों ने स्टील टिप वाली गोलियां चलाईं और बॉडी कैमरा पहन रखा था। चश्मदीदों के अनुसार, हमलावर आपस में पश्तून भाषा में बातचीत कर रहे थे, जिससे उनके पाकिस्तानी मूल के होने का संदेह और गहरा हो गया। हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि टीआरएफ दरअसल लश्कर-ए-तैयबा का ही एक फ्रंट है, जिसका इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मंच पर भ्रम फैलाने के लिए किया जाता है।
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