
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों (Security Forces in Jammu-Kashmir) ने एक और आतंकवादी का घर (House of another Terrorist) ध्वस्त किया (Demolished) । पहलगाम के बैसरन मैदान में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद अब तक कश्मीर में आतंकवादियों के 10 घरों को ध्वस्त किया जा चुका है। पहलगाम आतंकी हमले में अब तक 175 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
आतंकवादियों और आतंकी संपर्कों पर अपनी व्यापक कार्रवाई जारी रखते हुए सुरक्षा बलों ने बांदीपोरा जिले के चोटीपोरा गांव में एक आतंकवादी के घर को ध्वस्त कर दिया। अब तक जिन आतंकियों के घर ध्वस्त किए गए हैं उनमें लश्कर-ए-तैयबा के आदिल हुसैन ठोकर, जाकिर अहमद गनई, अमीर अहमद डार, आसिफ शेख, शाहिद अहमद कुट्टे, अहसान उल हक अमीर, जैश-ए-मोहम्मद के अमीर नजीर वानी, जमील अहमद शेर गोजरी, द रेजिस्टेंस फ्रंट के अदनान सफी डार और फारूक अहमद तेदवा शामिल हैं।
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, अहसान उल हक ने 2018 में पाकिस्तान में प्रशिक्षण लिया और हाल ही में घाटी में घुसपैठ की थी। लश्कर कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे कई राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है और जाकिर अहमद गनी कई आतंकवाद-संबंधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए निगरानी में था।
अधिकारियों ने बताया कि फारूक अहमद तेदवा पाकिस्तान से अपनी गतिविधियां चला रहा है। वहीं, थोठर पर मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में सीधे तौर पर शामिल होने का संदेह है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि ध्वस्तीकरण और तलाशी का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी तंत्र को नष्ट करना है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने एक सामाजिक कार्यकर्ता को गोली मार दी। इसके बाद व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, गुलाम रसूल मगरे (45) को शनिवार शाम कांडीखास इलाके में उसके घर के पास अज्ञात बंदूकधारियों ने उसे गोली मार दी थी। गुलाम रसूल के पेट और बायीं कलाई में गोली लगी। इसके बाद गंभीर हालत में उसे हंदवाड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस गुलाम रसूल की हत्या के वास्तविक कारण का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
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