इंदौर। सिटी बसों को तय स्थान पर रुकने और सवारी बैठाने-उतारने के लिए कल शहर के चार स्थानों पर बने सात यलो बॉक्सेस बनाने के बाद अब सिटी बसों के चालक-परिचालकों को ट्रेनिंग देने का काम किया जाएगा। इस ट्रेनिंग में सिटी बस चालकों को लेन बदलने के साथ ही व्यवहार करना भी सिखाया जाएगा।
कल यातायात पुलिस के झोन-2 में बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहा के दोनों ओर, देवास नाका पर निपानिया की ओर, रेडिसन चौराहा और पीपलियाहाना पर तीन ओर ये यलो बॉक्स बनाए गए हैं। एआईसीटीएसएल अब आगे की कड़ी में इस बॉक्स में सिटी बस स्टापेज लिखने के साथ ही कुछ संकेतक लगाने का काम करेगा। इसी के साथ यलो बॉक्स वाले इन रूट पर चलने वाली सिटी बस चालकों और परिचालकों के लिए यातायात पुलिस एक वर्कशॉप का आयोजन करेगा, जिसमें इन्हें मुख्य लेन से बॉक्स वाली लेन में आने और फिर मेन लेन में जाने संबंधी विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, साथ ही यह हिदायत भी दी जाएगी कि अब सिटी बसों को एक सवारी के लिए कहीं भी बीच सडक़ पर नहीं रोका जाएगा। बस चालकों और परिचालकों को मेट्रो सिटी में चलने वाली सिटी बसों का प्रेजेंटेशन भी दिया जाएगा, जिसमें व्यवहार संबंधी बातें भी शामिल होंगी। यातायात झोन 2 के सहायक पुलिस आयुक्त मनोज कुमार खत्री ने बताया कि फिलहाल रिंग रोड से शुरुआत की जा रही है। इसी रोड पर मेट्रो का काम भी चल रहा है।
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