मुंबई। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) अदाणी समूह (Adani Group) और विदेश की कम से कम तीन कंपनियों के बीच सौदों में नियमों के उल्लंघन (violation of rules) की जांच कर रहा है। ये तीनों कंपनियां अदाणी समूह के संस्थापक गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी (Vinod Adani) से स्वामित्व के स्तर पर अथवा निवेश या अन्य किसी रूप में जुड़ी हुई हैं।
शेयर बाजार नियामक सेबी से जुड़े विश्वस्त सूत्रों ने बताया, आरोप है कि इन तीनों कंपनियों ने 13 साल में अदाणी समूह की कुछ गैर सूचीबद्ध कंपनियों में निवेश संबंधी कई लेन-देन किए हैं। सेबी यह जांच कर रहा है कि इन सौदों में ‘जुड़े पक्ष लेन-देन’ के नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ।
भारतीय नियमों के अनुसार रक्त संबंधी, प्रमोटर समूह व सूचीबद्ध कंपनियों की अनुषंगी इकाइयों को ‘जुड़ा पक्ष’ माना जाता है। जुड़े पक्षों के लेन-देन की जानकारी सेबी को देना जरूरी है। अदाणी समूह के प्रवक्ता ने बताया है कि विनोद, अदाणी परिवार व प्रमोटर समूह का हिस्सा हैं, लेकिन किसी भी सूचीबद्ध अदाणी इकाई या अनुषंगी कंपनी के प्रबंधन से जुड़े किसी पद पर नहीं हैं।
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