मुंबई (Mumbai) । लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में सीट बंटवारे (seat sharing) को लेकर भले ही इंडिया अलायंस (India Alliance) के घटक दल आपस में दोस्ती दिखा रहे हों, लेकिन बीच-बीच में उनकी तल्खियां सामने आने लगती हैं। महाराष्ट्र (Maharashtra) में सीट बंटवारे को लेकर इंडिया अलायंस के घटक दलों में तकरार पहले से ही देखी जा रही थी, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत लगातार कह रहे थे कि वे कांग्रेस के साथ मिलकर सीटों के बटवारे के मसले को सुलझा लेंगे, मगर एक बार फिर दोनों पार्टियों की लड़ाई सबके सामने आ गई है। मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी को उतारने के शिवसेना (यूबीटी) के दावे से नाखुश वरिष्ठ कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा नाराज नजर आए, उन्होंने कहा कि ऐसा रहा तो इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है।
मिलिंद देवड़ा ने कहा रविवार को कहा कि अगर गठबंधन के एक सहयोगी के इस तरह के बयान नहीं रुकते तो उनकी पार्टी भी लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के लिए आगामी लोकसभा चुनाव आसान नहीं होगा, इसलिए किसी को दावे नहीं करने चाहिए।
महाराष्ट्र में शिवसेना यूटीबी से खफा कांग्रेस
एमवीए में उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना, शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस शामिल हैं। देवड़ा की टिप्पणी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा मुंबई दक्षिण सीट पर दावा करने के बयानों की पृष्ठभूमि में आई है, जिसे 2019 के चुनावों में पूर्ववर्ती अविभाजित शिवसेना ने जीता था। दिवंगत कांग्रेस नेता मुरली देवड़ा के बेटे मिलिंद ने रविवार को वीडियो के माध्यम से जारी वक्तव्य में कहा कि मुंबई दक्षिण सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस के पास रही है और देवड़ा परिवार सालों से इस संसदीय क्षेत्र से जुड़ा रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और हाल ही में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में संयुक्त कोषाध्यक्ष बनाये गये देवड़ा ने कहा, ”मेरा परिवार हमारे काम के आधार पर यहां के मतदाताओं से जुड़ा है और ये रिश्ते कई सालों में विकसित हुए हैं।”
दक्षिण मुंबई सीट पर अड़ी कांग्रेस और उद्धव की पार्टी
पूर्व सांसद ने कहा कि उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के फोन कॉल और संदेश आ रहे हैं जिनमें एमवीए के एक घटक दल के लोकसभा क्षेत्र पर दावा करने पर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं। देवड़ा ने कहा, ”देवड़ा परिवार के लोग पिछले 50 साल से सांसद के रूप में या अन्य तरीकों से इस संसदीय क्षेत्र की सेवा कर रहे हैं। हम किसी लहर में नहीं निर्वाचित हुए थे।” हालांकि, उन्होंने इस सीट से वर्तमान सांसद अरविंद सावंत का नाम नहीं लिया जो 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद निर्वाचित हुए थे जब अविभाजित शिवसेना का भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन था। शिवसेना (यूबीटी) का नाम लिये बिना देवड़ा ने कहा कि वह अनावश्यक विवाद खड़ा नहीं करना चाहते थे लेकिन एक गठबंधन साझेदार सीट बंटवारे पर एकतरफा दावा कर रहा है।
उन्होंने कहा, ”पिछले हफ्ते उनके प्रवक्ता ने कांग्रेस से शून्य से शुरुआत करने को कहा था। यही पर्याप्त नहीं था, कल गिरगांव में सहयोगी दल की एक रैली में मुंबई दक्षिण सीट पर नये सिरे से दावा किया गया।” देवड़ा ने कहा कि एमवीए के घटक दलों के लिए लोकसभा चुनाव आसान नहीं होने वाले और किसी को भी दावे नहीं करने चाहिए। उन्होंने कहा, ”अगर कोई पार्टी सीट बंटवारे पर औपचारिक बातचीत समाप्त होने तक इंतजार नहीं करना चाहती, तो कांग्रेस दावा करेगी और उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। मुझे आशा है कि यह संदेश मुंबई और दिल्ली में महत्वपूर्ण लोगों तक पहुंचेगा। मेरा आपसे अनुरोध है कि धीरज रखिए।”
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