भोपाल। प्रदेश में कोरेाना के बढ़ते संक्रमण में राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राजधानी भोपाल समेत अन्य जिलों में संक्रमितों की संख्या में आई तेजी के बाद सरकार ने निजी संस्थाओं की निगरानी शुरू कर दी है। साथ ही फरमान जारी किया है कि सोमवार से भोपा में 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ कार्यालय खोले जाएं। उल्लंघन करने पर एफआईआर तक की कार्रवाई हो सकती है। सरकार ने नए सिरे से गाइडलाइन जारी किया है कि अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों। पूरी तरह सावधान एवं सजग रहें। कहीं भी भीड़ न लगाएं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें। जरा-सी लापरवाही भी खतरनाक हो सकती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल में कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगभग 10 प्रतिशत आई है। अत: यहां विशेष सावधानी की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि भोपाल में सोमवार से निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता से संचालित हों तथा दुकानों के बंद होने का समय रात्रि 10 बजे के स्थान पर 8 बजे किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सभी जिलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह सीमित रूप से मनाए जाएं तथा उनमें पूरी सतर्कता एवं सावधानी रखी जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश के जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज हैं, वे कॉलेज अपनी पूरी क्षमता के साथ संचालित हों। यदि वहां कोई कमी हो तो उसे तुरंत दूर कर पूर्ण सक्षम बनाया जाए। जो मेडिकल कॉलेज नए खुले हैं, उन्हें भी तुरंत पूरी क्षमता से संचालित करें। कोविड के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
एक्टिव प्रकरणों में 15वें स्थान पर
प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की तुलनात्मक समीक्षा में पाया गया कि मध्यप्रदेश एक्टिव प्रकरणों की दृष्टि से देश में 15वें स्थान पर है, वहीं पॉजीटिव प्रकरणों के मामले में 13वें स्थान पर है। मध्यप्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 3.73 प्रतिशत, रिकवरी रेट 68.3 प्रतिशत तथा फैटिलिटी रेट 3.24 प्रतिशत है।
गाइड लाइन का पालन न करने पर कार्रवाई करें
विदिशा जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां शादी समारोहों में अधिक व्यक्ति संक्रमित हुए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि शादी आदि समारोहों में शासन द्वारा निर्धारित गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित किया जाए। यदि कोई इसका पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिले में सैम्पलिंग बढ़ाई जाए।सीहोर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां टैस्टिंग कम है। वहां प्रति दस लाख सैम्पलिंग 1370 है, जबकि मध्यप्रदेश में टैस्टिंग 7096 प्रति दस लाख है। नसरूल्लागंज में पिछले दिनों में अधिक प्रकरण सामने आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि वहां टैस्टिंग बढ़ाई जाए, आवश्यकता होने पर लॉकडाउन किया जा सकता है। सीहोर जिले में वर्तमान में एक्टिव मरीज 61 हैं जबकि 29 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
इन जिलों में तेजी से फैल रहा संक्रमण
समीक्षा में पाया गया कि भोपाल, ग्वालियर, खरगौन, धार, सीहोर, श्योपुर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर की पॉजिटिविटी दर अपेक्षाकृत अधिक है वहीं उज्जैन, सागर, शिवपुरी, दतिया आदि जिलों में दर कम आई है। हरदा, दमोह, शहडोल, आगर-मालवा, अनूपपुर, डिंडोरी, निवाड़ी व सिवनी की पॉजिटिविटी दर शून्य प्रतिशत आई है। किल कोरोना अभियान के अंतर्गत प्रदेश में 97 प्रतिशत स्वास्थ्य सर्वे कार्य पूरा हो गयाहै। 20 जुलाई तक शत-प्रतिशत सर्वे हो जाएंगे।
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