- निगम-मंडलों में 25 नियुक्तियां, 16 अध्यक्षों में से 6 ब्राह्मण
- ग्वालियर-चंबल से 15 नेताओं को मिली जगह
भोपाल। प्रदेश सरकार ने लंबे इंतजार के बाद आखिरकार निगम-मंडलों में 25 पदों पर नियुक्तियां कर दी हैं। इनमें 16 अध्यक्ष एवं 9 उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। इन नियुक्तियों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का खासा दबदबा रहा है। 25 नियुक्तियों में से 8 नियुक्तियां सिंधिया समर्थकों की हैं। खास बात यह है कि इन नियुक्तियों में 7 ब्राह्मण हैं, इनमें से 6 को अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि ओबीसी वर्ग के 5, वैश्य 3, क्षत्रिय 3, अनुसूचित जाति 5 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के 2 नेताओं को निगम-मंडलों में जगह मिली है। निगम मंडलों में सबसे ज्यादा 15 नियुक्तियां ग्वालियर-चंबल से हुई हंै। इनमें गिर्राज दंडौतिया, एंदल सिंह कंषाना, रघुराज कंषाना, इमरती देवी, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव, मुन्नालाल गोयल और राजकुमार कुशवाह सिंधिया खेमे से हैं। इनमें से कुशवाह को छोड़कर शेष सभी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे और उपुचाव हार गए थे। जबकि प्रहलाद भारती, नरेन्द्र बिरथरे पोहरी से पूर्व विधायक रहे हैं। रमेश खटीक करैरा से पूर्व विधायक रहे हैं। अजय यादव मुंगावली (अशोनगर) के पूर्व विधायक रावदेशराज सिंह यादव के बेटे हैं। शैलेन्द्र बरुआ भिंड, जितेन्द्र लिटोरिया और आशुतोष तिवारी दतिया से हैं। ये तीनों संभागीय संगठन मंत्री रहे हैं।
इसलिए मिली जगह मंजू दादू नेपानगर से विधायक रही हैं। पिछला चुनाव हार गईं। यहां से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। इसी तरह राजेन्द ्रसिंह मोकलपुर सुरखी विधानसभा से पिछला चुनाव लड़े थे। कांग्रेस के गोविंद सिंह राजपूत से हार गए थे। अब गोविंद सिंह राजपूत भाजपा में शामिल होकर विधायक बने हैं। इसी तरह सावन सोनकर इंदौर के सांवेर से पिछला चुनाव लड़े थे, वे तुलसी सिलावट से हार गए थे। अब सिलावट भाजपा में शामिल होकर विधायक बने हैं। इसी तरह रमेश खटीक पिछला चुनाव करैरा से लड़े थे और कांग्रेस के जसवंत जाटव से हार गए थे। जसवंत भाजपा में शामिल हो गए थे। उपचुनाव जसवंत भाजपा के टिकट पर लड़े, लेकिन जीत नहीं पाए। इसी तरह रणवीर जाटव भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और उपचुनाव लड़े। प्रहलाद भारती भी पिछला चुनाव पोहरी से पिछला चुनाव लड़े थे और कांग्रेस के सुरेश धाकड़ से हार गए थे। अब धाकड़ भाजपा में शामिल होकर विधायक हैं। इसी तरह मुन्नालाल गोयल भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए, लेकिन उपचुनाव में हार गए थे। नरेन्द्र सिंह तोमर पिछला चुनावा मांधाता सीट से लड़े थे, लेकिन कांग्रेस के नारायण पटेल से हार गए थे। पटेल बाद में भाजपा में शामिल हुए और उपचुनाव जीते। इन्हें मिली नियुक्तिया
- इमरती देवी- अध्यक्ष, मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम
- रणवीर जाटव- अध्यक्ष, संत रविदास मप्र हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम
- जसवंत जाटव- अध्यक्ष, राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम
- सावन सोनकर- अध्यक्ष, राज्य सहकारी अजा वित्त एवं विकास निगम
- रमेश खटीक- उपाध्यक्ष, राज्य सहकारी अजा वित्त एवं विकास निगम
- गिर्राज दंडोतिया- अध्यक्ष, मप्र ऊर्जा विकास निगम
- जीतेंद्र लटोरिया- अध्यक्ष, मप्र खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड
- शैलेंद्र बरुआ- अध्यक्ष मप्र पाठ्य पुस्तक निगम
- विनोद गोटिया- अध्यक्ष, मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम
- आशुतोष तिवारी- अध्यक्ष, मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना निर्माण मंडल
- शैलेंद्र शर्मा- अध्यक्ष, मप्रकौशल विकास और रोजगार निर्माण बोर्ड
- नरेंद्र बिरथरे- उपाध्यक्ष, मप्रकौशल विकास और रोजगार निर्माण बोर्ड
- एंदल सिंह कंषाना- अध्यक्ष, मप्र स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन
- रघुराज कंसाना- अध्यक्ष, मप्र पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम
- प्रह्लाद भारती- उपाध्यक्ष, मप्र पाठ्य पुस्तक निगम
- राजकुमार कुशवाहा- उपाध्यक्ष, मप्र राज्य बीज एवं फार्म विकास
- अजय यादव- उपाध्यक्ष, मप्र पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम
- मुन्नालाल गोयल- अध्यक्ष, मप्र राज्य बीज एवं फार्म विकास
- अमिता चपरा- अध्यक्ष, मप्र महिला वित्त एवं विकास निगम
- राजेश अग्रवाल- अध्यक्ष, मप्र स्टेट सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन
- निर्मला बारेला, अध्यक्ष, मप्र अजजा वित्त विकास निगम
- मंजू दाद- उपाध्यक्ष, मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड का उपाध्यक्ष
- जयपाल चावड़ा-अध्यक्ष, इंदौर विकास प्राधिकरण
- नरेंद्र तोमर- उपाध्यक्ष, मप्र पर्यटन विकास निगम
- राजेंद्र सिंह मोकलपुर- उपाध्यक्ष, मप्र खनिज विकास निगम