नई दिल्ली: चेन्नई एयरपोर्ट (Chennai Airport) पर पिछले महीने इंडिगो की फ्लाइट (indigo flight) पर सवार होने के बाद उसका इमरजेंसी गेट (emergency gate) खोलने की खबर सामने आने के बाद कांग्रेस बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या (BJP MP Tejashwi Surya) पर हमलावर हो गई. अब इस पर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा गलती से हुआ. उन्होंने कहा कि दरवाजा जानबूझकर नहीं खोला था, दरवाजा गलती से खुल गया था. उन्होंने अपनी गलती मान ली है. विपक्ष जो कुछ भी कह रहा है उस पर मैं कुछ टिप्पणी नहीं करूंगा.
सिंधिया ने कहा कि तथ्यों को देखना जरूरी है. फ्लाइट जब ग्राउंड पर थी तब गलती से दरवाजा उनके द्वारा खोल दिया गया था और सभी जांच के बाद फ्लाइट को उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी. उन्होंने गलती के लिए माफी भी मांगी है. जब घटना हुई तो तेजस्वी सूर्या ने खुद पायलट और क्रू को इसकी सूचना दी. पूरे प्रोटोकॉल का पालन किया गया क्योंकि डीजीसीए ने जांच की है. पूरी जांच के बाद ही विमान ने उड़ान भरी. उसने खुद घटना के कारण हुई देरी के लिए माफी मांगी.
मामला सामने आने के बाद कांग्रेस ने सवाल किया था कि क्यों सरकार ने इस घटना को इतने लंबे समय तक छिपाए रखा. कर्नाटक कांग्रेस ने कहा कि तेजस्वी सूर्या इसके उदाहरण हैं कि अगर नादान बच्चे को छूट दे दी जाए तो क्या होगा. बच्चे के विमान का आपात दरवाजा खोलने के प्रयास की शरारत सामने आई है. यात्रियों की जिंदगी के साथ यह मजाक क्यों?
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि भाजपा का वीआईपी बिगड़ैल लड़का! विमानन कंपनी शिकायत करने की हिम्मत कैसे कर सकती है. क्या यह भाजपा के सत्ताशीन अभिजात की वर्ग की परिपाटी है? क्या इससे यात्रियों की सुरक्षा से समझौता हुआ? ओह! भाजपा द्वारा अधिकृत वीआईपी से प्रश्न नहीं पूछ सकते!
इस मामले पर विमानन कंपनी इंडिगो ने जानकारी दी थी कि एक यात्री ने पिछले महीने चेन्नई में विमान पर सवार होने के बाद गलती से उसका आपात दरवाजा खोल दिया था. उस समय विमान हवाई अड्डे पर था और तिरुचिरापल्ली के लिए उड़ान भरने से पहले अनिवार्य इंजीनियरिंग जांच की प्रक्रिया अपनाई गई.
इंडिगो ने 17 जनवरी को बयान में कहा कि एक यात्री 10 दिसंबर 2022 को फ्लाइट संख्या 6ई-7339 में चेन्नई से तिरुचिरापल्ली की यात्रा कर रहा था और विमान में सवार होने के दौरान उसने गलती से आपात दरवाजा खोल दिया था. यात्री ने तत्काल अपने कृत्य के लिए माफी मांगी. मानक परिचालन प्रक्रिया के तहत घटना को दर्ज किया गया और विमान की अनिवार्य इंजीनियरिंग जांच की गई जिसकी वजह से उड़ान में देरी हुई. विमानन कंपनी ने पहले यात्री की पहचान के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था.
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