झोपड़ी में घुसकर मां प्रियदर्शिनी ने बनाई रोटी… पूछा- पास हुई कि फेल
गुना। लोकतंत्र (Democracy) का यही रंग है कि राजा (King) भी रंक (pauper) नजर आने लगे… गरीबों के बीच रोटियां (breads) खाने लगे। अगड़ों-पिछड़ों का भेद मिटाने लगे… ऐसा ही नजारा ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के चुनाव (Election) क्षेत्र में नजर आ रहा है।
गुना से प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जहां लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं, वहीं उनके पुत्र आर्यमन कल प्रचार के दौरान एक घर में चले गए और वहां पर खाना खाया। हालांकि आर्यमन जूते पहनकर ही खाना खाते हुए नजर आए। वहीं अपने पति का प्रचार कर रही सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी कल पिचौर विधानसभा क्षेत्र के कालीपहाड़ी गांव में प्रचार के दौरान एक झोपड़ी में गईं और वहां दो महिलाओं को रोटी बनाते हुए देखा तो खुद रोटी बनाने लगीं और बाद में महिलाओं से पूछा कि बताइए मैं पास हूं या फेल।
शिवराज पुत्र कार्तिकेय ने कहा…मैं पिता का नहीं पार्टी का प्रचार करता हूं
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय ने विदिशा में कहा कि मैं अपने पिता का नहीं बल्कि भाजपा की विचारधारा का प्रचार कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा ही देश को आगे ले जाएगी। कांग्रेस के संबंध में काार्तिकेय ने कहा कि कांग्रेस पहले अपना नेतृत्व तलाशे, विचारधारा बनाए। न तो पार्टी में विचारधारा है और न ही नीति बची है।
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