भोपाल। हमारे शास्त्रों में लिखा है ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवताः’। इसका मतलब है देवता वहीं रहते हैं, जहां नारियों की पूजा होती है। यही हमारी संस्कृति है, यही संस्कार हैं। लेकिन आजकल कई नेता महिलाओं के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जो भी नेता ऐसी जुर्रत करता है, उसे राजनीति से बाहर कर देना चाहिए और इसका समय आ गया है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को सांची, सुरखी, मुंगावली और अशोकनगर में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही। सिंधिया ने कहा कि संस्कार और अहंकार में यही फर्क है कि अहंकार दूसरों को झुकाने में मजे लेता है और संस्कार खुद झुककर दूसरों को खुशियां देता है।
सोचा था उद्योग लाएंगे, इन्होंने तबादला उद्योग शुरू कर दिया
सिंधिया ने कहा कि 2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनी, तो सोचा था यह सरकार विकास की उससे भी लंबी लकीर खींचेगी, जो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 15 सालों में खींची थी। लेकिन दिग्विजयसिंह और कमलनाथ की जोड़ी ने वल्लभभवन को भ्रष्टाचार का केंद्र बना दिया। हमने सोचा था कि कमलनाथ जी उद्योगपति हैं, प्रदेश में उद्योग लाएंगे, निवेश लाएंगे। लेकिन इन्होंने ट्रांसफर उद्योग शुरू कर दिया। वल्लभ भवन में बोलियां लगती थीं। एक अफसर के चार-चार बार ट्रांसफर होते थे। शराब का उद्योग शुरू हो गया, अवैध उत्खनन शुरू हो गया, जिसके लिए कैबिनेट के एक मंत्री हाथ जोड़कर माफी मांगी और कहा कि हमारी सरकार रेत के अवैध उत्खनन पर रोक नहीं लगा सकी।
जो सरकार गद्दारी करेगी, उसे धूल चटाएंगे
सिंधिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने क्या-क्या वादे किए थे? कहा था 10 दिनों में किसानों का कर्ज माफ करेंगे, नहीं तो मुख्यमंत्री बदल देंगे। न कर्ज माफ हुआ, न मुख्यमंत्री बदला। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार हमारे अन्नदाताओं के साथ गद्दारी करेगी, उसे धूल चटाने का काम सिंधिया करेगा। सिंधिया ने कहा कि शिवराज जी कन्यादान योजना में 25 हजार रुपये देते थे, कमलनाथ बोले हम 51000 रुपये देंगे। लाखों बेटियों की शादियां हो गई, बच्चे हो गए, लेकिन किसी को पैसे नहीं मिले। बस, एक ही बात पैसे नहीं हैं-पैसे नहीं हैं।सिंधिया ने कहा कि जब आपके विधायक और मंत्री कमलनाथ जी से मिलने जाते थे, तो वे उनके मुंह पर दरवाजे बंद करा देते थे। ये उन जनप्रतिनिधियों का नहीं, जनता का अपमान था। अब इसका जवाब आपको आने वाली तीन तारीख को दिग्विजयसिंह और कमलनाथ के मुंह पर दरवाजा बंद करके देना है।
गद्दारी करने वालों का बोरिया-बिस्तर बांध दें
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved