जैन मंदिर के पास खाली जगह पर लगेगी सिंधिया की प्रतिमा
इन्दौर। बंगाली चौराहे पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) की प्रतिमा (Statue) का स्थान बदलने को लेकर आज उनके पुत्र और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने प्रतिमा स्थल का दौरा किया। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि चौराहे के एक ओर स्व. सिंधिया की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। सिंधिया ने अधिकारियों से कहा कि बड़े महाराज की प्रतिमा ऐसी जगह स्थापित की जाए जहां यातायात प्रभावित न हो।
रिंग रोड बंगाली चौराहे के बीच में लगी स्व. माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) की प्रतिमा (Statue) का स्थान ओवरब्रिज (Overbridge) बनने के कारण बदला जाना है। इसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। उज्जैन में चल रही बैठक में भाग लेने आए सिंधिया आज सुबह दिल्ली से इंदौर पहुंचे और एयरपोर्ट से ही सीधे बंगाली चौराहा पहुंच गए। उनके साथ नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, पूर्व प्राधिकरण अध्यक्ष मधु वर्मा और अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। थोड़ी ही देर में वहां परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत भी पहुंच गए। संभागायुक्त पवन शर्मा, कलेक्टर मनीषसिंह, निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने सिंधिया को प्रतिमा के नए स्थान के ेबारे में जानकारी दी। सर्विस रोड पर जैन मंदिर के पास एक खाली जगह है, जहां मूर्ति को स्थानांतरित किया जाएगा। अधिकारियों ने सिंधिया को नक्शा भी दिखाया। सिंधिया ने यही कहा कि नए स्थान को लेकर सावधानी बरती जाए और ऐसी प्लानिंग की जाए कि आने वाले सालों में कभी यातायात बढ़े भी तो प्रतिमा के कारण किसी को कोई परेशानी नहीं हो। स्थान पर सहमति बनने के बाद अधिकारियों ने यहां काम करने के आदेश भी जारी कर दिए।
मंत्री की तरह रवाना हुआ सिंधिया का काफिला
सिंधिया जब भी इंदौर आते हैं, उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में इंदौर के आसपास के जिलों से भी उनके समर्थक आ जाते हैं। सिंधिया आज सुबह एयरपोर्ट पहुंचे तो कांग्रेस से भाजपा में आए नेता भी उनका स्वागत करने पहुंचे। जब सिंधिया बंगाली चौराहे से उज्जैन के लिए रवाना हुए तो उनके काफिले में 25 से अधिक वाहन थे। सिंधिया उज्जैन में चल रही बैठक में भाग लेंगे, लेकिन संगठन के दूसरे नेताओं को अंदर जाने तक की इजाजत नहीं है, इसलिए उन्हें बाहर की इंतजार करना होगा।
पहली बार ऐसा हुआ जब सिंधिया के स्वागत में तुलसी की जगह सोनकर पहुंचे
आज पहली बार ऐसा हुआ जब ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर आए और तुलसी सिलावट उनकी अगवानी करने एयरपोर्ट नहीं पहुंच पाए। उनकी जगह सोनकर पहुंचे, लेकिन वे भी लेट हो गए तो सिंधिया ने सिलावट के पुत्र चिंटू से उनके बारे में पूछा और बाद में फिर उनको साथ लेकर उज्जैन रवाना हुए।
आज से उज्जैन में भाजपा के विधायकों का प्रशिक्षण वर्ग शुरू हुआ है। इसके लिए कल शाम ही सभी विधायकों और मंत्रियों को उज्जैन में उपस्थिति दर्ज कराना थी। दो दिन तक चलने वाले इस सत्र में विधायक दो दिन तक यहीं रहेंगे और बाहर भी कहीं आ-जा नहीं सकेंगे। चूंकि भाजपा में अनुशासन मायने रखता है, इसलिए आज मंत्री होते हुए भी सिलावट उज्जैन से नहीं आ पाए। यह पहला ही मौका था, जब सिंधिया की अगवानी सिलावट नहीं कर पाए। एयरपोर्ट पर नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे मौजूद थे। सिंधिया की फ्लाइट 20 मिनट जल्दी पहुंच गई थी। वे जब बाहर निकलने लगे तो मंत्री पुत्र चिंटू वर्मा से सोनकर के बारे में पूछा। इस पर उन्होंने कहा कि आ ही रहे हंै। बाद में सुपर कॉरिडोर पर जब सिंधिया का काफिला पहुंचा तो वहां सोनकर पहुंच गए। बाद में बंगाली चौराहे का दौरा करने के बाद वे सोनकर को लेकर उज्जैन रवाना हुए, जहां सबसे पहले उन्होंने महाकाल के दर्शन किए। सिंधिया आज भाजपा की बैठक में शामिल होंगे।
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