वॉशिंगटन। अमेरिका की Purdue University ने दुनिया का सबसे सफेद पेंट (Whitest Paint) तैयार किया है. वैज्ञानिकों का दावा है कि ये एयर कंडीशनिंग (Air Conditioning) की जरूरत को कम या करीब करीब खत्म कर सकता है. पेंट (Whitest Paint) ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of World Records) में सबसे सफेद पेंट के तौर पर जगह बना ली है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका मकसद वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ना नहीं, ग्लोबल वॉर्मिंग को रोकना है. यूनिवर्सिटी में मेकैनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर Xiulin Ruan ने कहा कि ये रिसर्च करीब 7 साल पहले शुरू हुई थी. हमारा मकसद ऊर्जा की बचत करना और ग्लोबल वॉर्मिंग जैसे मुद्दे हैं.
ऐसे करता है काम
शोधकर्ताओं ने बताया कि पेंट को “really reflective” बनाने के क्रम में उन्होंने इसे “really white” बनाया है. South China Morning Post की रिपोर्ट के मुताबिक, ये पेंट 98.1 प्रतिशत सोलर रेडिएशन को रिफ्लेक्ट करता है और इंफ्रारेड हीट का उत्सर्जन करता है. मेकैनिज्म के अनुसार, शोधकर्ताओं ने बताया कि पेंट जितना उत्सर्जन करता है, उससे कम हीट सूरज की रोशनी से लेता है, इसलिए जो सतह इस पेंट से कोटेड रहती है, वो किसी तरह के पावर को कंज्यूम किए बिना आसपास के वातावरण की तुलना में ठंडी रहती है.
अल्ट्रा व्हाइट पेंट के महत्वपूर्ण फीचर्स
अल्ट्रा व्हाइट पेंट के दो महत्वपूर्ण फीचर्स हैं. पहला ये कि इसमें केमिकल कम्पाउंड Barium Sulphate की पर्याप्त मात्रा होती है. इसका इस्तेमाल फोटो पेपर और कॉस्मेटिक्स भी किया जाता है. इसमें Barium Sulphate के अलग-अलग साइज के पार्टिकल होते हैं.
साधारण कमर्शियल व्हाइट पेंट से अलग
साधारण कमर्शियल व्हाइट पेंट गर्म हो जाता है, ठंडा नहीं. मार्केट में पाए जाने वाले से पेंट इस तरह डिजाइन किए जाते हैं, जो सूर्य की किरणों के हीट रिफ्लेक्ट को सिर्फ 80 से 90 प्रतिशत तक ही कम कर पाते हैं. इससे आसपास के वातावरण की तुलना में सतह ठंडी नहीं हो पाती. इस पेंट को बनाने वाले Purdue University के शोधकर्ताओं ने एक कंपनी से हाथ मिलाया है, जो इस अल्ट्रा व्हाइट पेंट को बाजार में लेकर आएगी.
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