कोपेनहेगन । पृथ्वी से 897 प्रकाश वर्ष दूर (897 light years away from Earth) वैज्ञानिकों (Scientists) ने एक दुर्लभ ग्रह मंडल (Rare planetary system) की खोज की है। तीन तारों और दो ग्रहों वाला यह ग्रहमंडल दुर्लभ इसलिए है क्योंकि इसमें तारे और गृह विपरीत दिशा में घूमते हैं। आरहूस विश्वविद्यालय (Aarhus University) के वैज्ञानिक साइमन एलब्रेक्ट (Scientist simon albrecht) ने बताया कि इस ग्रहमंडल का नाम ‘के 2-290’ (K2-290) है और इसके दोनों ग्रह मुख्य तारे ‘के2-290 ए’ के चक्कर काटते हैं। आमतौर पर किसी भी ग्रह प्रणाली में तारे और ग्रह एक ही दिशा में चलते हैं।
हमारे सौरमंडल (Solar System) में भी सूर्य और सभी गृह एक ही दिशा में चक्कर लगाते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, जब ‘के2-290 ए’ (K2-290A) की तुलना दोनो ग्रहों की कक्षाओं के साथ की गई तो उसकी धुरी लगभग 124 डिग्री झुकी पाई गई। इससे साफ है कि तारा अपने दो ग्रहों के विपरीत दिशा में घूमता है।
हालांकि इस तरह की विपरीत व्यवस्था पहले भी कई प्रणालियों में मिली है और इसे अलग-अलग सिद्धांतों की मदद से समझाया भी गया है। लेकिन एलब्रेक्ट के मुताबिक इस ग्रह मंडल में ग्रहों व तारों के बीच मिसएलाइंमेंट का कारण दूसरे नंबर का तारा के2-290 बी (K2-290B) है। जो अपने गुरुत्वाकर्षण (Gravity) से पहले तारे को अधिक झुकाता है और विपरीत दिशा में चलने को मजबूर करता है।
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