वाराणसी। गंगा स्नान के जरिए कोरोना संक्रमण(Corona Infection) के फैलने का खतरा बना हुआ है। वैज्ञानिकों (Scientists) को गंगा बेसिन क्षेत्र(Ganga Basin Area) में महामारी (Pandemic) के विकराल स्वरूप लेने की चिंता सताने लगी है। महामना मालवीय गंगा नदी विकास एवं जल संसाधन प्रबंधन शोध केंद्र बीएचयू (Mahamana Malaviya Ganga River Development and Water Resource Management Research Center BHU) के चेयरमैन व नदी विज्ञानी प्रो. बीडी त्रिपाठी (Pro. BD Tripathi) ने आम जनता से अपील की है कि वह आगामी 15 दिनों तक गंगा स्नान से दूरी बनाकर रखें।
करीब 40 साधु-संतों को कोरोना संक्रमण
हरिद्वार कुंभ में स्नान के बाद अब तक अखाड़ों से जुड़े करीब 40 साधु-संतों को कोरोना संक्रमण हो चुका है। महामंडलेश्वर कपिल देव दास की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई। वहीं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी अस्पताल में भर्ती हैं। शाही स्नान में 49 लाख 31343 के करीब श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। वहीं अब तक 2483 कोरोना संक्रमित मिले हैं।
गंगा बेसिन का क्षेत्र
हरिद्वार से लगभग 800 किमी. मैदानी यात्रा करते हुए गंगा गढ़मुक्तेश्वर, सोरो, फर्रुखाबाद, कन्नौज, बिठूर, कानपुर, रायबरेली, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, बक्सर, पटना, भागलपुर होते हुए निकलती हैं।
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