उज्जैन। कोरोना के कारण पिछले 15 दिनों से बंद कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों को आज से शासन ने खोल दिया है। बावजूद इसके शहर के अधिकांश स्कूलों में आज सुबह बच्चे बेहद कम संख्या में पहुँचे। कई स्कूलों में तो बच्चे आए ही नहीं। स्कूल खोलने के निर्देश के साथ ही यह तय किया गया कि कक्षाएँ स्कूलों में 50 फीसदी क्षमता के साथ लगेंगी। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के कारण पिछले दिनों 14 जनवरी से पूरे प्रदेश में कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को बंद करने के आदेश शासन ने जारी किए थे। इसी के चलते 31 जनवरी तक बच्चे स्कूल नहीं जा रहे थे। हालांकि इस दौरान बच्चों की ऑनलाईन कक्षाएँ चल रही थी।
कोरोना का खतरा इसलिए भेजने को तैयार नहीं पालक, स्कूल वाले दबाव न बनाएं
प्रदेश के अन्य जिलों में भले ही कोरोना के केस कम आ रहे हों लेकिन उज्जैन शहर में अभी भी कोरोना मरीजों की संख्या रोजाना 200 के आसपास आ रही है। यही कारण है कि आज से स्कूल खुल जाने के बाद भी अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को कोरोना के भय से स्कूल नहीं भेजना चाहते। हालांकि 11वीं और 12वीं में पढऩे वाले 15 से 18 वर्ष तक के कई बच्चों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है। परंतु इससे कम आयु वर्ग के बच्चों को आज से स्कूल भेजने में माता पिता संकोच कर रहे हैं।
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