इंदौर। भीषण गर्मी (Extreme heat) का दौर चल रहा है इसी बीच स्कूलों (School) के ग्रीष्मकालीन अवकाश (Summer Vacation) शिक्षकों (teachers) के लिए खत्म हो रहे हैं। 1 जून से शिक्षकों के लिए और 15 जून से विद्यार्थियों (students) के लिए स्कूल शुरू हो जाएंगे। गर्मी को देखते हुए शिक्षकों में नाराजगी भी है और उनका कहना है कि दो सप्ताह बाद ही स्कूल शुरू किया जाएं।
सूरज का रौद्र रूप लोगों को बेचैन करते हुए पसीना-पसीना कर रहा है। गर्मी ऐसी कि सुबह 7 बजे लोग पसीने में तरबतर हो रहे हैं। ऐसे में 1 जून से शिक्षकों के लिए स्कूल शुरू हो रहे हैं। शिक्षकों का ग्रीष्मकालीन अवकाश 31 मई तक ही निर्धारित किया गया था। इधर भीषण गर्मी को देखते हुए शिक्षक संगठन के भगवती प्रसाद पंडित ने बताया कि इस बार गर्मी ज्यादा है। पारा 42 डिग्री के करीब घूम रहा है। ऐसी भीषण गर्मी में शिक्षकों को राहत मिलना चाहिए और दो सप्ताह के अवकाश गर्मी को देखते हुए दिए जाना चाहिए। एक अन्य शिक्षक संगठन के आर्य का कहना है कि पहले ही शिक्षक चुनावी ड्यूटी, मतगणना आदि कई कार्यों में अपनी सेवाएं देते रहे हैं, इसलिए सरकार और विभाग को भीषण गर्मी में शिक्षकों को राहत देना चाहिए। शिक्षक और विद्यार्थी दोनों के लिए 15 जून से स्कूल शुरू किए जाने चाहिए।
नई कक्षाएं , नए रजिस्टर, ड्रॉपआउट बच्चों की जानकारी जुटाना जरूरी
शिक्षा विभाग द्वारा 1 जून से शिक्षकों के लिए स्कूल शुरू करने के दौरान नई कक्षाओं की तैयारी के लिए बच्चों की जानकारी एकत्रित करना, नए रजिस्टर बनाना, एडमिशन व्यवस्था को सुचारू करना, साथ ही सबसे जरूरी ड्रॉपआउट बच्चों की जानकारी जुटाना है, इसके साथ ही स्कूल संबंधी अन्य कार्य भी शिक्षकों को देखना है, इसलिए दो सप्ताह पहले उनका ग्रीष्मकालीन अवकाश खत्म किया गया है और स्कूल बुलाए गए हैं, ताकि बच्चों के स्कूल आने से पहले सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाएं।
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