भोपाल। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री (Madhya Pradesh School Education Minister) इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि छात्रों परीक्षा शुल्क वापस नहीं (examination fee will not be refunded) किया जाएगा. ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने कहा कि विभाग की तरफ से परीक्षा करवाने की पूरी तैयारी की गई थी. उत्तर पुस्तिकाएं छप चुकी थीं. उन्होंने कहा कि छात्रों से ली गई एग्जाम फीस में से 90 फीसदी राशि खर्च हो चुकी है, इसलिए अब फीस वापस नहीं की जा सकती है.
बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग के पास एग्जाम फीस से 180 करोड़ रुपए की राशि जमा हुई है. इनमें से कई लोगों ने लेट फीस का भी भुगतान किया है. लेट फीस वापस करने के सवाल पर इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने कहा कि जिन लोगों ने लेट फीस दी है वो उनकी गलती है. लोगों ने फार्म समय से क्यों नहीं भरा? वहीं सरकार द्वारा एग्जाम फीस वापस नहीं करने के फैसले के बाद इंदौर में पालक संघ ने मोर्चा संभाल लिया है. इंदौर पालक संघ ने स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान से आपत्ति जताते हुए कहा है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल और शिक्षा विभाग नुकसान की बात ही कर रहे हैं, जबकि उन्हें शिक्षा पर बात करनी चाहिए. पालक संघ के लोगों का कहना है कि दो महीने से लॉकडाउन लगा था. ऐसे में कई लोगों के पास रोजगार नहीं है. ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि शिक्षा विभाग एग्जाम फीस तो वापस करता. यदि सरकार ऐसा करती तो ये उसकी संवेदनशीलता मानी जाती.