उज्जैन। मध्यप्रदेश के शालेय विद्यार्थियों का दैनिक रुटीन आज से कुछ बदला-बदला सा होगा। उनके स्कूल तो बंद रहेंगे पर उनके घर का एक हिस्सा ही उनका स्कूल बन जाएगा। घर के बड़े उनके मेंटर्स की भूमिका में होंगे तो पढ़ाई के टिप्स उन्हें रेडियो और वाट्सएप से प्राप्त होंगे। हमारा घर-हमारा विद्यालय कार्यक्रम में प्रारंभिक कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए रेडियो स्कूल का प्रसारण आज प्रात: 11 से दोपहर 12 बजे के मध्य प्रसारित होगा, जिसे आकाशवाणी और विविध भारती के प्रदेश स्थित सभी प्रसारण केन्द्र एक साथ रिले करेंगे, साथ ही डिजिलेप वाट्सएप समूहों के माध्यम से भी शैक्षिक सामगी प्रदाय की जाएगी। इसके साथ ही विद्यार्थी अपने घरों पर ही एटग्रेड अभ्यास पुस्तिका पर भी कार्य करेंगे। प्रतिदिन परिवार के बड़े सदस्य सुबह 10 बजे घंटी या थाली बजाकर विद्यालयीन कार्य प्रारंभ करेंगे और 10 से 11 बजे के मध्य विद्यार्थी डिजिलेप वाट्सएप ग्रुप्स पर प्राप्त शैक्षिक गतिविधियों को देखकर अध्ययन एवं अभ्यास करेंगे। सुबह 11 से 12 बजे तक रेडियो स्कूल प्रसारण को सुनेंगे एवं तत्संबधी गतिविधियां करेंगे। इसके बाद दोपहर 12 से 1 बजे के मध्य एटग्रेड अभ्यास पुस्तिका पर कार्य करेंगे।
इन सभी कार्यो की मॉनीटरिंग संबंधित विद्यालय के शिक्षक करेंगे। संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस. ने इस संबंध में विस्तृत निर्देश सभी जिला कलेक्टर्स को भेजे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के अभिभावकों एवं उनके परिवार के बड़े सदस्यों से अपेक्षा की है कि इस दौरान विद्यार्थियों को सहयोग करें एवं उन्हें घर में भी शैक्षिक वातावरण उपलब्ध कराएं। कोविड-19 से बच्चों को सुरक्षा देने शासन ने कक्षा 1 से 12 के स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस. ने बताया कि विद्यार्थियों की पढ़ाई की निरन्तरता भी आवश्यक है। इस दृष्टि से गृह आधारित शिक्षा की भी व्यवस्था पुन: प्रारंभ की जा रही है। इसमें सोमवार से हमारा घर-हमारा विद्यालय कार्यक्रम शुरू होगा। इसमें पूर्व की भांति प्रतिदिन एवं नियमित अध्ययन हेतु घर में ही शाला जैसा वातावरण निर्मित कर शैक्षिक गतिविधियां संचालित की जाएंगी, साथ ही विद्यार्थी अपने घर के वातावरण, परिवेश, परिवार के बड़े-बुजुर्गों, वरिष्ठ शाला या कॉलेज में अध्ययनरत बड़े भाई-बहन के सहयोग से घर पर ही रहकर पढ़ाई करेंगे। इसमें बच्चे के पास सीखने के स्त्रोत के रूप में उपलब्ध रेडियो, पाठ्यपुस्तक एवं अभ्यास पुस्तिका के आधार पर लर्निंग पैकेज तैयार किया गया है।
अपनी प्रतिभा घर बैठ कर दिखाएंगे छात्र
कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों की प्रतिभा पर्व परीक्षा स्कूल बंद होने से घर से हो रहा है। परीक्षा में होने वाले प्रोजेक्ट कार्य व आंसरशीट की प्रति स्कूलों से वितरित कर दी हैं और जो बच्चे लेने नहीं आए हैं, उनके घर शिक्षक देकर आएंगे। जिन्हें विद्यार्थी भरकर एक महीने में स्कूल में जमा कराएंगे। इसके बाद शिक्षक आंसरशीट व प्रोजेक्ट कार्य का मूल्यांकन कर एक महीने में परीक्षाफल तैयार करेंगे। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल ने प्रदेशभर के कक्षा पहली से आठवीं तक के स्कूलों में प्रतिभा पर्व मूल्यांकन परीक्षा छात्र घर बैठकर दे सकेंगे। इन छात्रों को हर विषय की आंसरशीट को भरना होगा और 6 से 15 फरवरी के मध्य स्कूलों में जमा कराना होगी। इसके बाद मूल्यांकन का कार्य शुरू होगा। शिक्षा विभाग के जिला परियोजना अधिकारी अक्षय सिंह राठौर ने बताया कि स्कूलों से परीक्षा सामग्री का वितरण कर दिया गया है, जो छात्र या उनके पालक सामग्री लेने नहीं आए, उन्हें घर जाकर दी जाएगी। जिसे उन्हें 15 फरवरी तक जमा कराना होगा। इसके बाद शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य प्रारंभ किया जाएगा। परिणाम मार्च में दिया जाएगा।
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