इंदौर (Indore)। प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Pravasi Bhartiya Sammelan) के दौरान शहर में बड़े पैमाने पर कई कार्य हुए थे और इनकी गड़बड़ियां अब सामने आ रही है। शहर की तीन फर्मों से नगर निगम (Municipal council) ने तीन करोड़ के सवा लाख पौधे खरीदकर डिवाइडरों से लेकर कई स्थानों पर लगाये थे, लेकिन आज अफसर यह बताने की स्थिति में नहीं हैं कि कहां कितने पौधे लगाए गए। इस पूरे मामले में अलग-अलग टेंडर जारी कर खरीदी की गई। कई जगह डिवाइडरों (dividers) में भरने के लिए मिट््टी भी खरीदने की बात सामने आ रही है।
वर्षों पहले नगर निगम की नेहरू पार्क में नर्सरी थी, जहां से तमाम प्रजातियों के पौधे शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में लगाए जाते रहे हैं, लेकिन वहां से नर्सरी हटाने की प्रक्रिया और नई नर्सरी मेघदूत में शुरू की गई। इस दौरान पौधे तैयार करने का मामला कम हो गया था, जिसके चलते प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान बड़े पैमाने पर पौधे लगाने का काम शुरू किया गया था। सुपर कॉरिडोर, ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर, पलासिया, रीगल, विजयनगर, एमआईजी, बापट चौराहा और उसके आसपास के हिस्सों के साथ-साथ कई बड़ी होटलों के मार्गों के अलावा एयरपोर्ट और पूरे वीआईपी मार्ग पर विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए थे।
कोई रिकार्ड नहीं आखिर कहां कितने पौधे लगाए
शहरभर में प्रवासी सम्मेलन के दौरान किन क्षेत्रों में कितने पौधे लगाए गए और इसके लिए कितने टैंडर जारी किए गए तो उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल का कहना था कि इसका कोई रिकार्ड नहीं है कि कहां कितने पौधे लगाए गए। उक्त अधिकारी के खिलाफ पूर्व में कई बार अधिकारियों ने नोटिस भी जारी किए थे और कोरोना काल के दौरान विवाह वर्षगांठ का सार्वजनिक आयोजन होटल में करने के मामले में श्री पाटिल के खिलाफ निगम अफसरों ने कार्रवाई भी की थी।
पौधों का दावा 200 से लेकर 2 हजार तक पौधे लगाने की बात
उद्यान विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहर के कई अलग-अलग इलाकों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे खरीदकर भी लगाए गए थे। वीआईपी क्षेत्र के साथ-साथ ब्रिलियंट, बापट और अन्य क्षेत्रों में 200 से लेकर 2 हजार तक के पौधे लगाए थे, इनमें चम्पा, जास्मीन, रातरानी और अन्य कई पौधे शामिल हैं। अब जिन स्थानों पर डिवाइडरों में पौधे लगाए थे, वहां देख-रेख के अभाव में उनकी बदहाली हो रही है और कई जगह तो पौधे सुख गए है। लैंटर्न चौराहे से लेकर जंजीरवाला के बीच जास्मीन के पौधे पूरे डिवाइडरों पर लगे थे, जो वर्तमान में पूरी तरह सुख चुके हैं, वहीं अन्य क्षेत्रों के पौधों की भी हालत बदतर है।
इन फर्मों से खरीदे गए पौधे
नगर निगम उद्यान विभाग ने सम्मेलन के दौरान 3 करोड़ के अलग-अलग टैंडर जारी कर वनश्री नर्सरी, अर्जन नर्सरी, टाइम लाइन नर्सरी और कुछ अन्य नर्सरियों से बड़े पैमाने पर पौधे खरीदे है। इसके अलावा डिवाइडरों में कई जगह भराव के लिए मिट््टी भी खरीदी की बात सामने आ रही है।