उज्जैन। गंभीर डेम में ढाई महीने का पानी शेष है तथा एक दिन छोड़कर जल प्रदाय करने का निर्णय हो सकता है। आज सुबह महापौर एवं अधिकारी गंभीर डेम पहुँचे तथा पानी का स्तर देखा। वर्तमान में गंभीर डेम में 768 एमसीएफटी पानी बचा है और अब गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में पेयजल में अधिक पानी लगेगा, वहीं वाष्पन और सीपेज में भी पानी जाएगा। डेम के इंजीनियरों के अनुसार यदि प्रतिदिन जल प्रदाय किया गया तो वर्तमान में ढाई माह का पानी बचा है। ऐसे में वर्तमान में डेम में संग्रहित पानी से आधे जून तक पानी दिया जा सकता है और उज्जैन क्षेत्र में वर्षा हर बार 25 जून के बाद ही होती है और पिछले वर्ष जुलाई तक बारिश नहीं हुई थी।
इन सभी कारणों को देखते हुए आज सुबह महापौर मुकेश टटवाल और निगमायुक्त रोशन कुमार सिंह, पीएचई के प्रभारी एमआईसी सदस्य शिवेंद्र तिवारी के साथ गंभीर डेम पहुँचे। वहाँ उन्होंने डेम का दौरा किया और प्रतिदिन पेयजल पर कितना पानी खर्च होता है यह सब बातें पूछी। संभावना है कि इस दौरे के बाद आज शाम तक 1 दिन छोड़कर जल प्रदाय का निर्णय नगर सरकार ले सकती है। प्रतिदिन 7 एमसीएफटी पानी पेयजल पर खर्च हो रहा है, वहीं वाष्पन सीपेज आदि को मिला लिया जाए तो करीब 8 एमसीएफटी पानी रोज खर्च होगा। ऐसे में एक माह में 240 एमसीएफटी और 2 माह में 500 एमसीएफटी पानी खर्च हो सकता है। इसके अलावा डेम में 100 एमसीएफटी पानी तो डेड स्टोरेज का रहता है और 200 एमसीएफटी पानी जब रह जाता है तो डेम में ट्रेंच खोदकर पानी लाना पड़ता है, इन सब मुसीबतों से बचाने के लिए अब एक दिन छोड़कर जल प्रदाय के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
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