– कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने लिखी है किताब- “कांग्रेस और राष्ट्र निर्माण की गाथा”
भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) के मीडिया एडवाइजर पीयूष बबेले (media advisor piyush babele) की एक किताब पर बवाल मच गया है। ‘कांग्रेस और राष्ट्र निर्माण की गाथा’ (Congress aur raashtr nirmaan kee gaatha) नाम की इस किताब में वीर सावरकर (Veer Savarkar) की तुलना मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) से की गई है। किताब में कहा गया है कि जिन्ना की तरह वीर सावरकर भी हिंदू और मुस्लिम दोनों को अलग राष्ट्र की तरह देखते थे। किताब में यह भी लिखा है कि आजादी के आंदोलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कोई योगदान नहीं था। किताब को लेकर भाजपा ने आपत्ति जताते हुए सवाल उठाए हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोमवार को ट्वीट पर किताब के साथ एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा है कि एक बार फिर कांग्रेस ने किया वीर सावरकर का अपमान, एक किताब में उनकी तुलना जिन्ना से की है! क्या उद्धव ठाकरेजी इस अपमान से सहमत हैं? क्या इंदिरा गांधी, शरद पवार, नरसिम्हा राव सावरकर गलत हैं और राहुल, कमलनाथ सही हैं? कांग्रेस परिवार के बाहर के सभी स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करती है।
ये परंपरा नेहरू के समय से चल रहीः सारंग
कांग्रेस की इस किताब पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि गलत इतिहास पढ़ाना और नेहरू परिवार का महिमामंडन करना कांग्रेस की आदत रही है। कांग्रेस ने हमेशा देश के इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। केवल नेहरू परिवार का महिमामंडन हो, यही कांग्रेस की रीति-नीति रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में राष्ट्रभक्त वीर सावरकर का अपमान किया। यह प्रथा जवाहरलाल नेहरू के समय से चली आ रही है। नेहरू परिवार ने हमेशा राष्ट्रभक्तों को नीचा दिखाया है। नेहरू ने संविधान निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर को चुनाव हराने का षड्यंत्र रचा। गलत इतिहास पढ़ाना कांग्रेस की आदत है।
विधायक रामेश्वर ने भी बोला हमला
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही शहीदों और महापुरुषों का अपमान करती आई है। गांधी नेहरू परिवार के महिमामंडन में कांग्रेस अंधी हो चुकी है।
भाजपा नेताओं को किताब भेंट करने के लिए मांगा समय
वहीं, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर किताब भेंट करने के लिए समय मांगा है। उन्होंने कहा कि पीयूष बबेले की किताब को लेकर भाजपा जो बवाल मचा रही है, उस पुस्तक को वे लोग नहीं समझ पाए हैं। इतिहास को अब तक वे लोग समझ नहीं पाए हैं। भाजपा के लोग इस किताब को पढ़ समझ सकें। इसके लिए हमने समय मांगा है। भाजपा को सच से गुरेज है। हम कोशिश करेंगे कि वह किताब उन्हें भेंट कर वैचारिक तौर पर यह समझा सकें कि भाजपा अनावश्यक जहर परोसने का काम न करे। यह किताब ऐतिहासिक दस्तावेज है।
किताब के लेखक बोले- पूनावाला को आपत्ति जताने की बीमारी
किताब के लेखक पीयूष बबेले ने कहा कि शहजाद पूनावाला को आपत्ति जताने की बीमारी है, तो इसके लिए मैं क्या कर सकता हूं। किसी डॉक्टर से इलाज करा लें। मैंने वही लिखा है, जो संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने अपनी किताब ‘पाकिस्तान अथवा भारत का विभाजन’ में जिन्ना के बारे में लिखा है। पूनावाला जी पहले संविधान और इतिहास को समझें। (एजेंसी, हि.स.)
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