नई दिल्ली। न्यायदाता शनिदेव (Justice Shani Dev) का अभी अप्रैल के आखिर में राशि परिवर्तन हुआ है। शनि के कुंभ राशि में गोचर किया है। लेकिन अब शनि इसी राशि में रहकर वक्री होंगे। शनि के वक्री होने का मतलब है कि शनि विपरीत चाल चलेंगे। शनि (saturn) एक बार में नहीं दो चरणों में कुंभ राशि में जा रहा हैं। शनि 12 जुलाई तक कुंभ राशि में रहेंगे और जुलाई में वक्री चाल चलेंगे। अब कुंभ राशि (Aquarius) में वक्री होकर141 दिन तक इसी तरह रहेंगे और सभी राशियों को प्रभावित करेंगे। शनि के वक्री होने से अक्टूबर तक कुछ राशि के लिए अच्छा समय नहीं है। इसलिए इस समय का सही इस्तेमाल करें और शनि की अराधना और उपाय करते रहें।
मेष राशि:
इस राशि के लोगों को शनि का वक्री होना रास नहीं आएगा। इस राशि के लोगों के बनते काम बिगडेंगे। इसलिए शनि भगवान के उपाय करते रहें। इसके अलावा किसी भी हेल्थ संबंधी दिक्कत होने पर शनिदेव के मंत्रों का जाप करें।
सिंह राशि वालों के लिए शनि वक्री होकर स्वभाव में बदलाव ला सकते । आपके बात करने का तरीका बदल जाएगा। आप अपने परिवार वालों से सीधे मुंह बात नहीं करेंगे, जिससे आप परेशानी पड़ सकते हैं। इसलिए इस समय जो कुछ भी बोलें, सोच समझकर बोलें।
Disclaimer: उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं हम इसकी जांच का दावा नही करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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