भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि सूर्यास्त के बाद दक्षिण पश्चिम की ओर आसमान में सबसे तेज चमकने वाला पृथ्वी का पड़ोसी ग्रह शुक्र और सौरमंडल का छठवां ग्रह शनि एक-दूसरे से मिलते नजर आएंगे। इस दौरान इनके बीच मात्र 0 डिग्री 21 मिनट का अंतर रह जाएगा। यह घटना सेटर्न और वीनस का कन्जक्शन कहलाती है।
सारिका ने बताया कि शाम लगभग 6.00 बजे के बाद मिलते दिखते इन ग्रहों में से वीनस तो पृथ्वी से 23 करोड़ किमी, जबकि सेटर्न लगभग 160 करोड़ किलोमीटर दूर होगा। दूरी का इतना अंतर होते हुए भी इनका कोण इस प्रकार का होगा कि ये आपस में मिलते से नजर आएंगे। इसमें वीनस माइनस 3.9 के मैग्नीट्यूड से तो सेटर्न 0.7 मैग्नीट्यूड से चमक रहा होगा। शनि-शुक्र के मिलन की इस घटना को देखने के लिए ज्यादा समय नहीं मिलेगा, क्योंकि 7.00 बजे के बाद ये मिलते ग्रह भी अस्त होने की तैयारी कर रहे होंगे। इस रोचक घटना को शाम 6.00 से 7.00 बजे के बीच देखा जा सकेगा। (हि.स.)