नई दिल्ली । चीन ने पूर्वी लद्दाख में भारत से गतिरोध के बीच अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास तीन नए गांव बसा दिए हैं। इसके अलावा सीमा से 5 किमी. दूर तवांग में नया सैन्य बुनियादी ढांचा भी खड़ा किया है। सेटेलाइट तस्वीरों के अनुसार यह स्थान बुम ला दर्रे से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर भारत, चीन और भूटान के ट्राइजंक्शन से नजदीक है। इतना ही नहीं, इन गांवों में चीन ने लोगों को भी बसा दिया है।
सेटेलाइट तस्वीरों से यह भी खुलासा हुआ है कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास पूर्वोत्तर के कई क्षेत्रों में अपनी सीमाओं की ओर अतिरिक्त निर्माण कार्य करा रहा है। यह निर्माण कार्य चुम्बी घाटी से सिक्किम की ओर पश्चिम में किये जा रहे हैं। सीमा के पास इस क्षेत्र को लेकर चीन पहले से ही दावा करता रहा है। भारत के साथ गतिरोध के बीच चीन ने कई बार अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देने की बात कही है लेकिन भारत ने हमेशा चीन के दावे को ख़ारिज किया है। इसके बावजूद मई और सितम्बर, 2020 के बीच चीन ने अरुणाचल प्रदेश सीमा के साथ अपने क्षेत्रीय दावों को मजबूत करने के मकसद से कम से कम तीन गांव बसा दिए हैं।
उपग्रहों के जरिये पृथ्वी अवलोकन करने वाली संस्था @opsec_025 ने अपनी रिपोर्ट में 17 फरवरी, 2020 की सेटेलाइट तस्वीरों के आधार पर बताया है कि उस समय इस क्षेत्र में केवल एक ही गांव था जिसमें 20 के आसपास लाल छतों वाले घर दिखाई देते हैं। जब 28 नवम्बर, 2020 की इसी क्षेत्र की दूसरी तस्वीर सेटेलाइट से ली गई तो इसमें 50 से अधिक घरों के साथ-साथ तीन नए एन्क्लेव भी दिखाई दे रहे हैं, जो एक दूसरे से एक किलोमीटर की दूरी पर बने हुए हैं। इनको जोड़ने के लिए सभी मौसम में खुली रहने वाली सड़क का भी निर्माण किया गया है। इसके अलावा सीमा से 5 किमी. दूर तवांग में नया सैन्य बुनियादी ढांचा भी खड़ा किया है। सेटेलाइट तस्वीरों के अनुसार यह स्थान बुम ला दर्रे से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर भारत, चीन और भूटान की सीमा के नजदीक स्थित है। इतना ही नहीं, इन गांवों में चीन ने लोगों को भी बसा दिया है।
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