गोहाना: खेतों में पड़ी पराली जलाने और इससे फैलने वाले प्रदूषण की बात नई नहीं है. लेकिन हरियाणा सरकार इस पर रोकथाम के लिए गंभीरता के साथ प्रयासों में जुटी है. यही वजह है कि खेतों में पराली न जले, इसकी बाकायदा हाईटेक निगरानी की जा रही है. जमीन पर जहां सरकारी एजेंसियां इसकी रोकथाम में लगी हैं, वहीं आसमान के ऊपर से भी पराली जलाने पर नजर रखी जा रही है. जैसे-जैसे धान की फसल की कटाई हो रही है और ठंड दस्तक दे रही है, वैसे-वैसे हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के इलाकों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. लेकिन अबकी बार हरियाणा सरकार ऐसे किसानों पर पैनी नजर बनाए हुए है.
खासकर खेतों में पराली न जले, इसके लिए सैटेलाइट तक से नजर रखी जा रही है. इसका एक उदाहरण सोनीपत जिले में देखने को मिला, जहां प्रशासन ने सैटेलाइट की मदद से गोहाना के गांव बुटाना में कई एकड़ में पराली जलाने की घटना को पकड़ा है. पराली जलाने के आरोप में प्रशासन ने दो किसानों के ऊपर ढाई-ढाई हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. साथ ही उनको हिदायत भी दी गई है कि आगे से इस तरह पराली ना जलाएं.
सैटेलाइट से निगरानी करा रही सरकार
गोहाना के एसडीएम आशीष कुमार ने इस बारे में बताया कि हरियाणा और उत्तर भारत के कई राज्यों में धान कटाई का सीजन जारी है. इस सीजन में पराली में आग लगाने की घटनाएं सामने आती हैं. इसको लेकर हंगामा मचता है. इससे बचने के लिए अबकी बार हरियाणा सरकार पराली ना जलाने को लेकर किसानों को जागरूक कर रही है. सरकार का आदेश न मानने वालों पर सख्ती भी की जा रही है. इसी क्रम में शनिवार को सोनीपत जिला प्रशासन ने गोहाना के गांव बुटाना के कई खेतों में पराली में आग लगने की जानकारी पर कार्रवाई की.
एसडीएम ने बताया कि हमें सैटेलाइट से गांव बुटाना के खेतों में पराली जलाने की जानकारी मिली थी, जिस पर हम यहां पहुंचे थे. पता चला कि किसान सतबीर सिंह और रणबीर सिंह के खेतों में पराली जलाई गई थी. दोनों किसानों पर ढाई-ढाई हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. उन्हें आगे से ऐसा ना करने की हिदायत दी गई है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved