नई दिल्ली। दिल्ली के एक रियल एस्टेट कारोबारी वरुण अरोड़ा ने इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन को लेकर इंटरनेट पर पढ़ा कि वो किस तरह अपने राजनीतिक विरोधियों को मारने के लिए थैलियम नामक विषाक्त पदार्थ का उपयोग करता था। इसी आइडिया पर दिल्ली के इस कारोबारी ने अपनी सास, और अपनी पत्नी को निपटाने का प्लान बना लिया। इसने फरवरी महीने में अपनी सास, ससुर, साली और पत्नी को मछलियों के साथ थैलियम खिला दिया। इसके बाद हाल ही में उसकी सास की मृत्यु हो गई और उसकी पत्नी कोमा में चल रही है जबकि साली की भी इसी दौरान मौत हो गई।
इस मामले का पता तब लगा जब इस हैरतअंगेज साजिश को अंजाम देने वाले कारोबारी के ससुर और होमियोपैथी दवाओं के निर्माता, देवेन्द्र मोहन शर्मा पुलिस के पास पहुंच गए और कहा कि उनकी पत्नी अनीता शर्मा की गंगा राम अस्पताल में मृत्यु हो गई है जिसकी हत्या के लिए उन्हें अपने दामाद वरुण अरोरा पर संदेह है। ससुर ने फरवरी महीने की उस घटना का जिक्र भी किया जब कारोबारी ने पूरे परिवार को मछलियां बनाकर खिलाई थी लेकिन अपने बच्चों को नहीं खिलाई थी न खुद खाई थी। इसी खाने में उसने विषाक्त पदार्थ मिलाया था।
पुलिस ने जब मृतक सास का पोस्टमार्टम कराया तो मृतक महिला के शरीर में थैलियम की भारी मात्रा मिली। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की पत्नी का भी मेडिकल कराया जो कोमा में चल रही है। आरोपी की पत्नी के शरीर में भी थैलियम की अत्यधिक मात्रा निकली है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के लैपटॉप और सिस्टम को अपने कब्जे में लेकर जांच की, जिसमें पुलिस को उसकी इंटरनेट हिस्ट्री में सद्दाम हुसैन से संबंधित कंटेंट मिला जिसमें उसने पढ़ा था कि किस तरह सद्दाम हुसैन अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों से निपटने के लिए थैलियम का उपयोग करता था।
फिलहाल पुलिस ने आरोपी कारोबारी वरुण अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। थैलियम एक अत्यधिक जहरीला धातु रासायनिक तत्व है। इसकी खोज अंग्रेज वैज्ञानिक विलियम क्रुक्स ने 19वीं शताब्दी में एक विशेष सेलेनियम युक्त पायराइट में वर्णक्रममापी उपकरण द्वारा की थी। थैलियम का उपयोग कीट और चूहे के जहर के रूप में किया जाता था, क्योंकि इसकी विषाक्तता थी लेकिन इंसान को जोखिम के कारण इसके उपयोग को रोक दिया गया। किसी की जान लेने के लिए इसकी एक छोटी सी मात्रा का इस्तेमाल ही काफी है।
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