उज्जैन। चारधाम मंदिर में आज से पांच दिवसीय संत सम्मेलन, रामकथा और रास लीला के आयोजनों की शुरूआज सुबह पेशवाई के साथ हुई। सामाजिक न्याय परिसर से आज सुबह निकली शोभायात्रा में संत, महंत और महामंडलेश्वर शामिल हुए। इस दौरान मार्ग में सिंहस्थ जैसा नजारा दिखाई दे रहा था।
चारधाम मन्दिर में आयोजित होने वाले पाँच दिवसीय संत सम्मेलन से पहले आज सुबह शोभा यात्रा सामाजिक न्याय परिसर से प्रारंभ हुई। इसमें सैकड़ों महिलाएँ अपने सर पर कलश रख आगे-आगे चल रही थीं। यात्रा में धर्म ध्वजा, बैंड बाजे के साथ निकली पेशवाई में बग्गियों पर साधु-संत, मंडलेश्वर, महामंडलेश्वर विराजमान थे। शोभायात्रा पेशवाई के रूप में सामाजिक न्याय परिसर अगर रोड से प्रारंभ होकर देवासगेट, मालीपुरा, दौलत गंज, नई सड़क, सतीगेट, सराफ, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी, चौबीस खम्बा से होते हुए चार धाम मन्दिर पहुँची। आयोजन समिति के अनुसार आज से 17 दिसंबर तक आयोजित होने जा रहे संत सम्मेलन में रामकथा एवं रास लीला का आयोजन किया जाएगा।
स्वामी अखंडानंदजी की 55वीं पुण्य तिथि पर यह संत सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें महामंडलेश्वर स्वामी परमानंद गिरि, साध्वी ऋतुम्भरा, अमृतानंदमयी मूर्ति, स्वामी रामदेव, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंदपुरी महाराज, सचिव महंत हरिगिरि महाराज के अलावा सहित महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत, संत शामिल होंगे। स्वामी शांति स्वरूपानंद महाराज ने बताया कि आज के आयोजन सहित संत सम्मेलन में संतों का समागम सिंहस्थ जैसा आभास कराएगा। सम्मेलन में प्रतिदिन सुबह 7 से 8 बजे तक योग शिविर फिर ध्यान। 9.30 बजे से 12 बजे तक संगीतमयी रामकथा। इसके बाद शाम 6 बजे तक संतों के प्रवचन और इसके बाद रात 11 बजे तक वृंदावन की रास लीला का आयोजन होगा।
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