उज्जैन। बडऩगर रोड स्थित नया उदासीन अखाड़े में सनातन धर्म परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें यह प्रस्ताव पारित किया गया कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए। संतों ने इस अवसर पर कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी भी दी। बैठक में संतों ने सरकार को चेतावनी दी कि आगामी लोकसभा चुनाव के पहले गौमाता को राष्ट्र पशु का दर्जा अगर सरकार ने नहीं दिया तो चुनाव में उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बैठक में गोरक्षा राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारकाकुंड पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर योगीराज महंत स्वामी रामेश्वर दास महाराज ने बताया कि सनातन धर्म परिषद के सदस्य और भारतीय गोवंश एवं पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि अगले आम चुनाव के पहले यह मांग पूरी की जाए अन्यथा साधु संत भारतीय जनता पार्टी का साथ चुनाव में नहीं देंगे और उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। दूसरी ओर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी संतों ने यह मांग की है कि उत्तराखंड की भांति प्रदेश सरकार भी गाय माता को राज्य माता का दर्जा दे ताकि गायों की जो अवैध तस्करी और उनकी हत्याएँ हो रही है वह बंद हो सके। संतों ने मुख्यमंत्री से अवंतिका नगरी को पवित्र नगरी घोषित करने तथा महाकाल के आसपास और शहर से मांस मदिरा की दुकाने हटाने और काल भैरव मंदिर के नजदीक लगी शराब दुकाने हटाने की भी मांग की।
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