भोपाल। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश में बढ़ रही डॉक्टरों के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाओं पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भी मनुष्य होता है। उनसे भी गलती हो सकती है। हमें इसके बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीते कई वर्षों में पद्म पुरस्कार देते समय कई ऐसे उदाहरण आए, जिनमें डॉक्टर विदेश में बसने के बजाए देश में ही आदिवासी क्षेत्र में काम कर रहे हैं। वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि मप्र में योग आयोग का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मामले में प्रदेश को पीछे नहीं रहने देंगे। एनएएस के सर्वे में मप्र पहले शिक्षा के क्षेत्र में 17वें नंबर पर था। अब पांचवें नंबर पर आ गया है। कोशिश है कि हम मप्र को पहले नंबर पर ले जाएं। इसके लिए हमने शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक खोलने का फैसला किया है।
शनिवार को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग के नवीन स्वास्थ्य संस्था भवनों के भूमि-पूजन कार्यक्रम आयोजिन किया गया। इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश में मेडिकल टूरिज्म बढ़ेगा, तो अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले, यहां के साथ प्रदेश में अलग अलग स्थानों पर प्रदेश के मंत्री और लोग जुड़े हैं। पिछले साल अप्रैल मई में अलग हालात थे, आज कई लोग याद आ रहे हैं, खासतौर पर डॉक्टर, पैरामेडिकल के साथी जिन्होंने जी जान से सेवा की। मुख्यमंत्री ने कहा उनमें से कई नहीं रहे, आज उनको श्रद्धांजलि देता हूं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आयोजन स्थल पर किए गए व्यवस्थाओं की तारीफ की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी तारीफ की। स्वास्थ्य सुविधाओं और योजनाओं को लेकर भी तारीफ की। गर्मी से बचने के लिए लोगों को दिक्कत ना हो इसके लिए फॉगिंग सिस्टम लगाए गए है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत की स्वास्थ्य सुविधाएं सस्ती है। बाहर से लोग भारत इलाज करवाने आते हैं। मेडिकल टूरिज्म भी भारत को कहा जाता है। मेडिकल व्यवस्था बेहतर तो मेडिकल टूरिज्म भी बढ़ेगा। रतलाम की लीला जोशी का राष्ट्रपति ने जिक्र किया। लीला जोशी अनीमिया से मौत होने वाली दर को कम करने के लिए काम कर रही है।
मप्र को स्वास्थ्य और शिक्षा में नहीं रहने देंगे पीछे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में विकास के कई कार्य हुए है। आगे भी विकास का विस्तार होगा। स्वास्थ्य और शिक्षा में मध्यप्रदेश को पीछे नहीं रहने देंगे। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश 6 वें स्थान से 5 वें स्थान पर पहुंचे और अच्छा करेंगे। स्वास्थ्य सुविधाएं सरकार की प्राथमिकता है। कोई इलाज करवाना चाहे तो वो उसका अधिकार हो। गरीब के इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड है। कोई गरीब बिना इलाज के न रहे। स्वास्थ्य खुद की भी जिम्मेदारी। योग से निरोग का अभियान जरूरी है। प्रदेश में योग आयोग का गठन होगा। स्कूलों में भी योग शुरू करवाने की योजना है।
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