नई दिल्ली (New Delhi) । दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व संचार प्रभारी विजय नायर (Former communication in-charge Vijay Nair) की जमानत याचिका मामले में नोटिस जारी किया। विजय नायर धनशोधन के आरोप में न्यायिक हिरासत (judicial custody) में है। विजय नायर ने जमानत याचिका में कहा कि राजनीतिक संबद्धता के कारण उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी और ईडी की सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) में कोई योग्यता नहीं है। उसके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है।
न्यायमूर्ति दिनेश कुमार शर्मा की पीठ ने बुधवार को ईडी को नोटिस जारी करते हुए मामले को 19 मई, 2023 के लिए सूचीबद्ध किया है। नायर ने याचिका में कहा कि उस पर लगाए गए आरोप गलत, झूठे और बिना किसी आधार के हैं। फरवरी में विशेष अदालत ने अन्य लोगों के साथ विजय नायर की जमानत याचिका भी खारिज कर दी थी।
सिसोदिया के खिलाफ सबूत का दावा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कोर्ट को बताया कि कथित आबकारी घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले (money laundering cases) में गिरफ्तार आप नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने गढ़े हुए ई-मेल यह दिखाने के लिए भिजवाए थे कि नीति को जनता की स्वीकृति मिलने के बाद लागू किया गया है। बहरहाल सिसोदिया की जमानत याचिका सुनवाई जारी है। अगली सुनवाई के लिए 18 अप्रैल की तारीख तय की गई है। उधर, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ईडी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने जांच एजेंसी पर गवाहों को धमकाने का आरोप लगाया है।
जमानत का विरोध ईडी के वकील ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया की जमानत अर्जी का विरोध करते हुए राउज एवेन्यू स्थित विशेष न्यायाधीश एम के नागपाल की अदालत के समक्ष यह दलील दी। ईडी के वकील ने अदालत से कहा कि ईडी के पास यह दिखाने के लिए सबूत है कि सिसोदिया ने ई-मेल भिजवाए थे। ये ईमेल न केवल आबकारी विभाग के आधिकारिक ईमेल अकाउंट पर बल्कि उनके व्यक्तिगत ई-मेल अकाउंट पर भी प्राप्त हुए हैं। ई-मेल की सामग्री सिसोदिया द्वारा दी गई थी, जो उनके एजेंडे के अनुकूल थी।
रिश्वत के लिए तंत्र बनाया ईडी ने अदालत को बताया कि पहले से गढ़े हुए ये ईमेल भेजने के निर्देश दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जाकिर खान को दिए गए थे, जिन्होंने बाद में अपने इंटर्न से ये ईमेल भेजने के लिए कहा था। अधिवक्ता ने कहा कि गढ़े हुए ईमेल यह दिखाने के लिए भेजे गए थे कि नीति को जनता की स्वीकृति है। यह एक दिखावटी स्वीकृति थी। रिश्वत के लिए बदले शराब उत्पादक समूहों को लाभ पहुंचाने के लिए अवैध पारिस्थितिकी तंत्र बनाया गया था।
मार-मार कर कान के पर्दे फाड़ दिया
इधर आम आदमी पार्टी ने कथित आबकारी घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर झूठे बयानों के लिए लोगों को धमकाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कोर्ट में दाखिल की गई एक याचिका का हवाला देते हुए ये गंभीर आरोप लगाए गए हैं। संजय सिंह ने आरोप लगाए कि ईडी ने एक शख्स को इतना मारा कि उसके कान के पर्दे तक फट गए।
पार्टी कार्यालय में बुधवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में संजय सिंह ने आरोप लगाए कि ईडी जांच के समय लोगों और उनके परिवार को प्रताड़ित करती है। उन्होंने कहा कि पहला मामला चंदन रेड्डी का है, जिन्होंने हाईकोर्ट में याचिका डाली है। उनके मुताबिक, ईडी ने उनको मारा पीटा, परिवार को धमकी दी कि जैसा हम कहते हैं वैसा बयान लिखवा दो नहीं तो ऐसा अंजाम करेंगे कि कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं बचोगे।
संजय सिंह ने आरोप लगाए कि उसे इतना मारा गया कि कान के पर्दे फट गए। संजय सिंह का आरोप है कि अरुण पिल्लई के परिवार को भी धमकाया गया। समीर महेंद्रू की पत्नी को भी बुलाकर प्रताड़ित किया गया। उन्होंने दावा कि सभी ने न्यायालय में झूठे बयान लेने की बात कही है। संजय सिंह ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि किसके इशारे पर ईडी काम कर रही है।
गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन
दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को आम आदमी पार्टी ने भाजपा कार्यालय का घेराव किया। आप नेताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोनों नेताओं के रिहाई की मांग की।
आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली सहित पूरे देश के लोगों में गुस्सा है। केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर आप नेताओं को झूठे मुकदमें में जेल भेज रही है।
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